अटल यूनिवर्सिटी भी इस बार
पीएचडी एडमिशन के लिए ये नियम पालन करेंगे। यूनिवर्सिटी प्रबंधन दिसंबर या जनवरी में पीएचडी एडमिशन के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की तैयारी में है। ये फैसला नए शिक्षा नीति 2020 के तहत लिया गया है। ऐसे में अब अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय से पीएचडी करने वाले छात्रों को यूजीसी नेट का एग्जाम दिलाना अनिवार्य हो गया है। यूजीसी नेट साल में दो बार जून और दिसंबर में परीक्षा आयोजित करती है। नेट स्कोरकार्ड की मदद से कैंडिडेट्स जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) और असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्तियों के लिए एलिजिबिल होते हैं। दिसंबर में एग्जाम के बाद ही अब अटल यूनिवर्सिटी पीएचडी एडमिशन की प्रक्रिया की शुरुआत करेगी।
नेट स्कोर से 3 कैटेगरी के लिए होंगे पात्र
यूनिवर्सिटी के अफसरों ने बताया कि यूजीसी के आधिकारिक नोटिस के अनुसार,
यूजीसी नेट क्लियर करने वाले उम्मीदवार अब तीन कैटेगरी के लिए पात्र होंगे। पहला कैटेगरी जेआरएफ और असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए एलिजिबिलिटी के साथ पीएचडी में एडमिशन। दूसरा कैटेगरी केवल असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए एलिजिबिलिटी के साथ पीएचडी एडमिशन और तीसरा केवल पीएचडी एडमिशन के लिए पात्र हालांकि, पीएचडी एडमिशन के लिए, मेरिट लिस्ट बनाने में यूजीसी नेट स्कोर को 70 प्रतिशत और इंटरव्यू को 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा।
10 माह पूर्व 19 विषयों में लिए गए थे एग्जाम
अटल बिहारी बाजपेयी यूनिवर्सिटी प्री-पीएचडी प्रवेश परीक्षा 10 माह पहले 20 जनवरी 2024 को आयोजित की थी। यह परीक्षा सुबह 10 से 12 बजे तक हुआ। इसमें 19 विषयों में कुल 1100 परीक्षार्थी शामिल हुए। इसके लिए 3 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। अटल यूनिवर्सिटी के कोनी बिल्डिंग, साइंस कॉलेज और शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर कॉलेज में परीक्षा लिया था। इसके बाद चयनित छात्र-छात्राएं अब यहां 19 विषयों में पीएचडी कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी अब दिसंबर में नेट एग्जाम के बाद पीएचडी के लिए नोटिफिकेशन जारी करने की तैयारी में है।
दिसंबर के बाद दाखिले की तैयारी
पीएचडी के लिए अब यूनिवर्सिटी प्री-पीएचडी प्रवेश परीक्षा नहीं लेगी। यूजीसी नेट एग्जाम के स्कोर के हिसाब से ही पीएचडी में एडमिशन दिया जाएगा। दिसंबर के बाद पीएचडी में प्रवेश लेने की तैयारी चल रही है।