बिलासपुर. नए साल में 9 अंक का विशेष महत्व रहेगा। इस अंक के लोगों को यह वर्ष विशेष फलदायी रहेगा। अंक शास्त्र के आधार पर 2016 को जोडऩे पर 9 अंक निकलता है, जो ईश्वरीय अंक माना जाता है। 9 अंक के स्वामी मंगल हैं। इसलिए मंगल से संबंधित क्षेत्रों खनिज, इस्पात, इलेक्ट्रानिक्स, विद्युत में उन्नति का योग है। जिन जातकों का जन्म 9, 18, 27 तारीख को हुआ है। उन जातकों को 2016 में विशेष लाभ होगा। वैसे यह वर्ष सभी राशियों के जातकों के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। इस वर्ष 100 सालों बाद पहली बार विशेष घटना होने जा रही है। इसमें तीन ग्रहों की स्थिति में परिवर्तन होने जा रहा है। बृहस्पति और राहु की युति के कारण चाण्डाल योग बन रहा है, जो राजनीतिक बदलावों का संकेत दे रहा है। इससे सभी बारह राशियां प्रभावित होंगी। ज्योतिषाचार्य डॉ.दीपक शर्मा के अनुसार 2016 की शुरुआत से ग्रह दशाओं के आधार पर 6 महीने तक बृहस्पति ग्रह सिंह राशि पर रहेगा और राहु 29 जनवरी को कन्या राशि को त्यागकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इससे के तु की दशा में भी परिवर्तन होगा। राहु और बृहस्पति ग्रहों का सिंह राशि में एक साथ आना विपरीत प्रभाव डालेगा। इसे ही चाण्डाल योग कहा जाता है। इसके योग के प्रभाव से राजनीतिक परिवर्तनों का संकेत मिल रहा है। केन्द्र और राज्य के राजनीतिक समीकरण में भी बदलाव हो सक ते हैं।