READ MORE – RAPE / लगातार 2 साल से युवती से बना रहा था शारीरिक संबंध, शादी करने को कहा तो बोला ‘बाद में बेबी’ सदस्यों ने 30 जून को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) का बिलासपुर आगमन होने पर उनसे मुलाकात कर अपनी समस्या से अवगत कराना चाहा, लेकिन सीएम के ओएसडी अरुण मरकाम ने उन्हें 3 जुलाई को रायपुर आकर मुलाकात करने का आश्वासन दिया। ओएसडी के बातों में आकर पालक संघ के सदस्य सीएम से मिलने रायपुर पहुंच गए। जहां उन्हें अन्य लोगों की तरह घंटों लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ा। जबकि ओएसडी ने अलग से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया था। पालकों को सीएम से बात करने के लिए दो मिनट का समय मिला, जिस पर सीएम ने उन्हें आश्वासन देकर वापस भेज दिया।
READ MORE – Jagannath Rath Yatra festival : भव्य रथ में सवार होकर मौसी गुंडिचा के घर के लिए निकले भगवान जगन्नाथ शिक्षामंत्री से हुई मुलाकात : सीएम को अपनी समस्या से अवगत कराने के बाद पालक संघ के सदस्य स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से मुलाकात की। पालकों से बात करते हुए शिक्षामंत्री ने बताया कि फीस नियामक कमेटी के सदस्यों का चयन किया जा चुका है तथा राज्य के सभी जिलों से सहमति मांगी गई है। सहमति मिलने के बाद जल्द ही कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी। वहीं शिक्षामंत्री ने बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी आरएन हीराधर को तत्काल कॉल कर शहर के सीबीएसई स्कूलों को शासन-प्रशासन के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने का आदेश दिया।
ओएसडी नहीं उठाया फोन : बिलासपुर में ओएसडी अरुण मरकाम ने पालक संघ के सदस्यों को रायपुर में मुख्यमंत्री अलग से बात कराने की बात कराने का आश्वासन दिया था। चौपाल कार्यक्रम में भीड़ अधिक होने के कारण पालकों ने अरुण मरकाम के मोबाइल में कई बार फोन लगाया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। जिससे हताश होकर पालकों ने टोकन लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की।