Pandit Pradeep Mishra: महाशिवरात्रि के दिन से कथा प्रारंभ हो रही है। 2 अगस्त को शाम 7 बजे से आठ बजे तक पंडित प्रदीप मिश्रा पूरे देश में लोरमी से ही पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक करायेंगे, जिसका लाइव प्रसारण होगा। युवा मंडल प्रमुख अनिल सलूजा ने बताया कि लोरमी मे गायत्री मंदिर के पीछे आयोजित कथा स्थल पर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा डोम लग रहा है।
Pandit Pradeep Mishra: श्रद्धालुओं का रखा जाएगा ध्यान
यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जायेगा। वर्तमान में डोम लगने के साथ साथ भूमि का समतली करण भी किया जा रहा है, जिसमें नगर व क्षेत्र के श्रद्धालु श्रमदान कर रहे हैं। इस आयोजन की तैयारी जोरों से की जा रही है। आयोजन के पहले 31 जुलाई को भव्य कलश यात्रा निकाली जायेगी। जो पुराना बस स्टैड स्थित शनिधाम से शुरू होकर गायत्री मंदिर के पीछे राहेपुर श्री शिव महापुराण कथा स्थल पर सपन्न होगी। पंडित मिश्रा ने दी कार्यक्रम की सूचना
संपूर्ण कार्यक्रम की सूचना कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने शुक्रवार को दी है। इसके बाद समिति के युवाओं ने कथा स्थल पर हर्ष व्यक्त करते हुये श्री शिवाय नमस्तुभ्यं के नारे लगाये। युवा मंडल ने लोरमी विधायक एवं छग शासन में उपमुयमंत्री अरुण साव को पूरे आयोजन का संरक्षक बनाया है और उनसे आग्रह किया है कि पूरे आयोजन में सात दिवस कार्यक्रम स्थल में ही रहे और आगंतुकों का उनके ही नेतृत्व में स्वागत हो। आयोजन में सहयोग के लिये समिति ने डिप्टी सीएम के प्रति आभार व्यक्त भी किया है पूरे आयोजन को सफल बनाने आयोजन समिति के समस्त सदस्य नगर एवं क्षेत्रवासी जुटे हुये हैं।
जोर शोर से चल रही तैयारियां
श्री शिव कथा महापुराण समिति के द्वारा बताया गया कि आयोजन के लिए जोर शोर से तैयारियां चल रही है। कथा स्थल को पूरा समतलीकरण कर डस्ट, गिट्टी डाला जा रहा है। कथा स्थल करीब 2.50 लाख स्क्वायर फिट में बनाया जा रहा है, जो पूरी तरह से वॉटर फ्रूफ होगा। इसमें काफी संया में शिव भक्त श्री शिव महापुराण कथा श्रवण कर सकते हैं। श्री शिव कथा महापुराण की तैयारी को लेकर प्रतिदिन लोरमी नगरवासी के लोग कथा स्थल में पहुंचकर श्रमदान कर रहे हैं। साथ ही करीब 3 से 4 जेसीबी से मैदान का तेजी से समतलीकरण कराया जा रहा है।
प्रशासन से नहीं मिली अनुमति
नगर में होने वाले श्री शिव महापुराण कथा के लिए समिति द्वारा प्रशासन अनुमति मांगा गया था, प्रशासन के द्वारा अनुमति नहीं दिया है। अनुमति नहीं मिलने की जानकारी से पूरे शिव भक्त में मायूसी बनी हुई है और अनुमति मिलने का भगवान शिव से प्रार्थना कर रहे हैं।