नीट की परीक्षा शासकीय उमा विद्यालय बालोद में भी आयोजित की गई थी। परीक्षा के दिन दोपहर 2 बजे भारतीय स्टेट बैंक, बालोद से प्राप्त प्रश्नपत्रों का पहला सेट वितरित किया गया, जो कि सही नहीं था। परीक्षा आयोजित कर रहे केंद्र को जब अपनी गलती का एहसास हुआ कि गलत प्रश्न पत्र वितरित किया गया है, तो उसने केनरा बैंक, बालोद से प्राप्त प्रश्नपत्रों का एक और सेट फिर से 40-50 मिनट बाद वितरित किया। प्रश्नपत्र के दूसरे सेट में ओएमआर शीट का एक अलग सेट जुड़ा हुआ था जिसे उम्मीदवारों द्वारा दोबारा भरना था, जिसमें उम्मीदवारों का समय खराब हुआ और प्रश्नपत्र हल करने में परेशानी हुई। इसे लेकर लिपिका सोनबोइर व अन्य ने वकील अदिति सिंघवी के माध्यम से याचिका दायर की।
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