भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने मास्क्ड आधार लांच किया था, लेकिन अब तक अधिकतर लोगों को जानकारी ही नहीं है। पत्रिका ने इसे लेकर शहर के अलग-अलग वर्गों के लोगों से बात की तो 90 फीसदी को इसकी जानकारी नहीं थी। साइबर धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों के बीच मास्क्ड आधार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।