वहीं कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि कांग्रेस डॉ. केके ध्रुव को अपना प्रत्याशी बनायेगी। चुनाव समिति की बैठक में नाम फाइनल कर लिया गया है, लेकिन अभी डॉ. ध्रुव का पार्टी ने औपचारिक ऐलान नहीं किया है। डॉक्टर गंभीर सिंह पेशे से एक चिकित्सक हैं। वे मरवाही विकासखंड के लट कोनी खुर्द के रहने वाले हैं। उनका जन्म11 जून 1968 को मरवाही के गोंड परिवार में हुआ था।
छत्तीसगढ़ के मंत्री की फर्जी फेसबुक ID बनाकर, साइबर ठगों ने शिव डहरिया के दोस्त से मांगे 20 हजार पहले भी चुनाव के लिए नाम आया था
बताया जाता है 2013 के चुनाव में भी गंभीर सिंह का नाम प्रमुखता से बीजेपी की ओर से था। बाद में समीरा पैकरा को प्रत्याशी बनाया गया पर इस बार बीजेपी ने इन्हें अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। हालांकि यह भी सत्य है कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद से बीजेपी कभी भी मरवाही विधानसभा सीट नहीं जीत सकी पर गंभीर सिंह को विश्वास है कि वह इस बार यह मिथक तोड़ देंगे।
शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि इनका प्रमुख मुद्दा होगा, जिसे यह मतदाताओं के बीच लेकर जाएंगे। गंभीर सिंह ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सेवा दे चुके हैं। 2005 में रायपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर कार्य शुरू किया। इनकी पत्नी मंजू जानी मानी डॉक्टर हैं। डॉक्टर गंभीर सिंह के पिता बेन सिंह गोंडवाना आंदोलन में हिस्सा ले चुके हैं।
मुंबई-पुणे-गोवा से छत्तीसगढ़ पहुंचा ड्रग्स कल्चर, अब तक 11 ड्रग्स पैडलर्स गिरफ्तार तीनों पार्टियों का दावा
मरवाही सीट पर अमित जोगी ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी से दावा ठोंक रखा है। माना जा रहा है कि इस बार मरवाही में उपचुनाव काफी करीबी और निर्णायक होने वाला है। अमित जोगी ने जहां अपना अनोखे ढंग से चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है तो वहीं कांग्रेस के दिग्गजों ने भी वहां कैंप कर रखा है। बीजेपी की भी तैयारी इस सीट पर पूरी है।
कांग्रेस का कहना है कि मरवाही उनकी पारंपरिक सीट रही है, लिहाजा इस सीट पर उनका दावा सबसे ज्यादा है जबकि संवेदना लहर के साथ अमित जोगी भी मैदान मारने की बात कह रहे हैं। मरवाही उप चुनाव के लिए भाजपा ने डॉ. गंभीर पर खेला दांव, कांग्रेस से डॉ.धु्रव का नाम सबसे आगे