फाल्गुन माह होने के कारण पूरे माह शहर में फागोत्सव की भी धूम रहेगी। मार्च माह की शुरुआत शुक्रवार से होने जा रही है। इस माह में कई तीज-त्योहार और महापुरुषों की जयंती रहेगी। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 8 मार्च को मनाया जाएगा। शहर में इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। महाशिवरात्रि पर शहर में शिवबारात निकलेगी, जिसमें श्रद्धालु बाराती बनकर थिरकेंगे। महर्षि दयानंद जी की 200वीं जयंती पर 15 मार्च से 17 मार्च 2024 तक जगन्नाथ मंगलम पुराना बस स्टैंड में राष्ट्र निर्माण यज्ञ होगा। इस तीन दिवसीय वेद महोत्सव में मुख्य वक्ता आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री (आगरा) व वैदिक जगत के भजनोपदेशक कंचन कुमार (दिल्ली) होंगे।
होली में देर, छात्र भी जमकर खेलेंगे रंग… पिछले साल की तुलना में इस बार महाशिवरात्रि और होली लगभग एक पखवाड़ा देरी से रहेगी। इस बार होलिका दहन 24 मार्च को और धुलेंडी पर्व 25 मार्च को मनेगा। इसी प्रकार रंगपंचमी का पर्व 30 मार्च को रहेगा। होली देरी से होने के कारण इस बार छात्र भी जमकर होली खेलेंगे, क्योंकि बोर्ड सहित अनेक कक्षाओं की परीक्षाएं मार्च के पहले पखवाड़े तक समाप्त हो जाएगी। ऐसे में होली पर छात्र भी जमकर मस्ती करेंगे।
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महाशिवरात्रि 8 को…शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग में पूजा-अर्चना से मिलेगी भोले की विशेष कृपा… महाशिवरात्रि पर आठ मार्च को शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग का विशेष संयोग पड़ रहा है। इन योग में पूजा-पाठ और शुभ कार्य विशेष फलदायी माने गए हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित जागेश्वर अवस्थी ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि पर अद्भुत संयोग शुक्र प्रदोष व्रत होने से बना है। इस दिन जो भी शिव भक्त व्रत करता है और रात्रि के चार प्रहर की पूजा करता है, उसे भगवान शिव की असीम कृपा मिलती है। प्रदोष काल में शिवलिंग में शिव विराजमान होते हैं। इस दिन पूजा-अर्चना व व्रत से शिव की कृपा और शत्रु भाव समाप्त होते हैं। शहर के प्रमुख शिवालयों अष्टमुखी शिव मंदिर मध्यनगरी चौक, बूढ़ा महादेव रतनपुर, बघवा मंदिर सरकंडा, शिव मंदिर जूना बिलासपुर, हरदेव लाल मंदिर आदि में महाशिवरात्रि के लिए तैयारियां होने लगी हैं। इन मंदिरों में इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महादेव के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। मंदिरों पर रूद्राभिषेक के साथ भंडारे भी लगेंगे।ज्योतिषाचार्य पंडित जागेश्वर अवस्थी ने बताया कि महाशिवरात्रि को भगवान शंकर एवं माता पार्वती के मिलन की रात्रि के रूप में मनाया जाता है।
पूजन विधि… भगवान शिव तथा माता पार्वती का पूजन पंचामृत, बेलपत्र भांग, धतूरा , आक, पुष्प, फल, मिठाई आदि से करें। इस दिन शिव चालीसा, शिव पुराण, शिव तांडव स्त्रोत, शिव पंचाक्षर आदि का पाठ करें तथा ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
पूजन का शुभ मुहूर्त… पहले प्रहर का समय 8 मार्च को शाम 06.25 से रात 09.23 बजे तक रहेगा, वहीं दूसरे प्रहर का समय रात 09.28 से 12.31 बजे तक रहेगा। तीसरा प्रहर रात 12.31 बजे से 3.34 बजे तक रहेगा।
माह में ये त्योहार… 4 मार्च सीताष्टमी
6 मार्च विजया एकादशी
8 मार्च प्रदोष, महाशिवरात्रि
12 मार्च फुलरिया दूज
17 मार्च होलाष्टक
21 मार्च गोविंद द्वादशी
24 मार्च होलिका दहन
25 मार्च धुलेंडी
27 मार्च भाईदूज, चित्रगुप्त पूजा
30 मार्च रंगपंचमी
31 मार्च एकनाथ षष्ठी
6 मार्च विजया एकादशी
8 मार्च प्रदोष, महाशिवरात्रि
12 मार्च फुलरिया दूज
17 मार्च होलाष्टक
21 मार्च गोविंद द्वादशी
24 मार्च होलिका दहन
25 मार्च धुलेंडी
27 मार्च भाईदूज, चित्रगुप्त पूजा
30 मार्च रंगपंचमी
31 मार्च एकनाथ षष्ठी
मार्च में प्रमुख जयंती पर्व… 5 मार्च दयानंद सरस्वती जयंती
8 मार्च वैद्यनाथ जयंती
12 मार्च रामकृष्ण परमहंस जयंती
23 मार्च सरदार भगत सिंह जयंती
25 मार्च चैतन्य महाप्रभु जयंती
27 मार्च संत तुकाराम जयंती
8 मार्च वैद्यनाथ जयंती
12 मार्च रामकृष्ण परमहंस जयंती
23 मार्च सरदार भगत सिंह जयंती
25 मार्च चैतन्य महाप्रभु जयंती
27 मार्च संत तुकाराम जयंती
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