यह भी पढ़ें:
CG Election 2023: बिलासपुर के लिए अलग से घोषणापत्र, 23 बिंदु शामिल ओएसडी प्रसन्ना ने सिम्स में सुधार कार्य जोरशोर से शुरू करा दिया है। शनिवार को सुबह से ही वे यहां पहुंचे और हॉस्पिटल के कोने-कोने में जाकर प्राथमिकताओं की लिस्ट तैयार कराई। प्रथम चरण में उन्होंने प्रबंधन को निर्देश दिए कि दो दिन के अंदर हॉस्पिटल बिल्डिंग कचरा मुक्त होना चाहिए। निरीक्षण के दौरान उन्हें मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना का बोर्ड दिखाई दिया। इस पर भड़कते हुए कहा समझ में नहीं आता कि आचार संहिता लग गया है, इसे तत्काल हटाया जाए। देखते ही देखते कर्मचारियों ने उसे हटा दिया। इस बीच प्रसन्ना अस्पताल में बन रहे परिजन शेड व मार्डन प्रसाधन को भी निरीक्षण का जल्द काम पूरा करने की बात कही।
निजी हॉस्पिटल की तर्ज पर शुरू हुई सफाई, पोताई भी
निजी अस्पतालों में कम से कम दो सुबह-शाम फर्श पर झाड़ू- पोंछा लगता है। सिम्स में यह काम कभी-कभार ही होता था। शनिवार को कोने-कोने में सफाई के साथ ही पोंछा लगाया गया। यही नहीं चूना व पेंट से जगह- जगह पोताई भी की गई।
हटाए जा रहे कबाड़ कोर्ट द्वारा नियुक्त कमिश्नरों व हैल्थ सेक्रेटरी के निरीक्षण व कबाड़ हटाने मिले निर्देश के बाद भी बिल्डिंग में जगह-जगह कबाड़ रखा हुआ था। शनिवार को उसे हटाने की भी कवायद शुरू हुई।
यह भी पढ़ें:
CG Election 2023: ‘AAP’ की सरकार बनी तो ₹3200 में किसानों से खरीदेंगे धान – CM केजरीवाल डॉक्टरों की लेटलतीफी पर जताई नाराजगी प्रसन्ना जब निरीक्षण के लिए पहुंचे उस वक्त कुछ डॉक्टर ओपीडी में नहीं थे। मरीजों की लंबी कतार लगी थी। इस पर एमएस व डीन पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह मनमानी नहीं चलेगी।
जब प्रसन्ना के ऊपर ही पड़ी पानी की बौछार…
प्रसन्ना सिम्स में निरीक्षण कर रहे थे। इसी बीच खिड़की से किसी ने अनजाने में नीचे पानी फेंका। इसकी बौछार सीधे उन्हीं पर पड़ी। बचते हुए ऊपर मुआयना कर कहा कि यह कैसी लापरवाही…। गार्डों ने दोबारा ऐसा न होने देने की बात कही।