मौसम विज्ञानी एके दास के अनुसार एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे तटीय उड़ीसा और तटीय पश्चिम बंगाल के ऊपर 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणिका पंजाब से उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण पश्चिम बिहार, झारखंड और गंगेटिक पश्चिम बंगाल होते हुए मध्य समुद्र तल पर स्थित है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर-पूर्व उत्तर प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
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एक द्रोणिका उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे तटीय उड़ीसा और पश्चिम बंगाल से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश तक 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। 9 जुलाई को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
प्रदेश में गरज चमक के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने, एक-दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने तथा वज्रपात होने की संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट संभावित है। भारी वर्षा का क्षेत्र मध्य और दक्षिण छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है। मौसत विभाग ने प्रदेश के राहत आयुक्त को पत्र भेजकर भारी वर्षा होने की चेतावनी देते हुए सतर्कता बरतने कहा है।
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24 घंटे के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे के लिए प्रदेश के बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा, जांजगीर-चांपा, रायपुर, बलौदाबाजार, दुर्ग, राजनांदगांव, महासमुंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर व बालोद जिले में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी वर्षा होने की चेतावनी दी है।
इसी प्रकार आगामी 48 घंटे के लिए प्रदेश के जांजगीर-चांपा, बस्तर, कोंडागांव, कांकेर, नारायणपुर जिले में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। वहीं प्रदेश के जशपुर, रायगढ़ व कोरबा जिले में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी से अति भारी वर्षा होने की संभावना है।