बुधवार को सुबह 4 से 5 बजे के बीच बाजार में अचानक आग की लपटें उठने लगीं। इसे देख लोगों में हड़कंप मच गया। देखते ही देखते आग 80 दुकानों को चपेट में ले लिया। आगजनी की जानकारी लगते ही तोरवा पुलिस की टीम और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गई। आसपास के लोगों की मदद से आग बुझाने की (bilaspur news) कोशिश शुरू की गई। दो घंटे की मशक्कत के बाद अंतत: आग पर काबू पा लिया गया। इससे कोई हताहत तो नहीं हुआ, पर सब्जी व्यापारियों को लाखों का सामन जलकर खाक हो गया। बतादें कि पहले भी बुधवारी बाजार के सब्जी मार्केट में 4 बार आगजनी की घटना हो चुकी है। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।
शॉर्टसर्किट का संदेह स्थानीय लोग आगजनी के पीछे शॉर्टसर्किट होने का अंदाजा लगा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि सब्जी मार्केट में व्यपारियों (cg news) द्वारा लाइट जलाने के लिए अस्थाई लाइन खींची गई है। आशंका है कि इन्ही में से किसी कनेक्शन में शॉर्टसर्किट होने के चलते आग तेजी से पूरे बाजार में फैल गई होगी।
पांचवी बार हुई वही दुर्घटना बुधवारी बाजार के सब्जी मार्केट में आगजनी की घटना पहली बार नहीं हुई है। वर्ष 2010 से लेकर अब तक सब्जी बाजार में आगजनी की यह पांचवी घटना है। आगजनी की वजह का आज तक पता नहीं चल सका है।
बांस और प्लास्टिक ताड़पत्री की थीं दुकानें कम समय में ही आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। इसकी मुख्य वजह बांस और प्लास्टिक ताड़पत्री से निर्मित दुकानें हैं। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है। पुलिस इसकी जांच में जुट गई है।
पीड़ित व्यापारियों की आर्थिक सहायता के लिए विधायक शैलेष ने कलेक्टर को लिखा पत्र आगजनी की घटना से दुखी विधायक शैलेष पांडेय ने व्यापारियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए आर्थिक सहायता मुहैया कराने कलेक्टर को पत्र लिखा है। जिस पर कलेक्टर ने प्रभावितों को हरसंभव मदद का (bilaspur market fire) आश्वसान दिया है। पुलिस के अनुसार बाजार में करीब पांच 6 दुकानों में फल और सब्जियां रखी हुई थी। सारा सामान जलकर खाक हो गया है। आग लगने की वजहों की जांच की जा रही जांच से आग के करने का पता चल सकेगा।
प्राथमिक जांच से लग रहा है कि घटना मानवजनित नहीं है। उस क्षेत्र में गॉर्ड मौजूद रहता है। बांस के घर्षण, गर्मी या बिजली भी कारण हो सकते हैं। जांच के बाद ही पूरी जानकारी सामने आएगी।
– सुनील तिर्की, तोरवा थाना प्रभारी