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Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: जागरुकता की कहानी
Patrika Raksha Kavach Abhiyaan: शहर की एक युवती की फेसबुक पर एक युवक से दोस्ती हुई। कुछ दिन बाद दोनों में हर तरह की बातें होने लगी। युवक बीच-बीच में उससे अपने बैंक डिटेल व अंतरंग फोटो, वीडियो भेजने की बात करता रहा। शुरू में युवती ने इसे मजाक समझा, लेकिन जब युवक इस बात को लेकर रोजाना दबाव बनाने लगा तो उसे लगा कुछ तो गड़बड़ है। अब वह सतर्क रहने लगी। इसी बीच एक दिन युवक ने कहा कि मैं एक लिंक भेज रहा हूं, उसमें अपने बैंक समेत मांगी गई सारी जानकारी जल्दी भेजो, तुम्हारे फायदे का है। अब युवती समझ चुकी थी कि उसे धोखा देने की कोशिश की जा रही है। उसने डिटेल देने से मना कर दिया।
एसपी बिलासपुर रजनेश सिंह कहा की सोशल मीडिया पर बनाए गए दोस्तों पर जल्दी भरोसा न करें। अपनी निजी जानकारी को इंटरनेट पर बनने वाले दोस्तों से साझा न करें। सोशल मीडिया पर दोस्ती करने वाले लोगों से सामान्य दूरी बनाकर रखें और पैसों की मदद लेने या देने से बचें। इस मामले में महिला की सतर्कता, समझदारी और हिम्मत सराहनीय है।
ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराने के नाम पर ही हो गया सरेंडर
युवती ने युवक से कहा ‘अब तुम्हें साइबर क्राइम पुलिस ही सुधारेगी। मैं अभी तुम्हारे खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा रही हूं।’ इतना सुनते ही युवक ने न सिर्फ कॉल कट कर दिया, बल्कि अपनी ओर से उसका नंबर ही ब्लॉक कर दिया। इस तरह हिम्मत व समझदारी से युवती ने स्वयं को ठगी और ब्लैकमेल दोनों से बचा लिया। लाख कोशिशों के बाद भी जब युवती ने अपना बैंक डिटेल साझा नहीं किया तब युवक दोनों के बीच हुई चैटिंग, कुछ वीडियोज व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने लगा। इस पर युवती डरी नहीं, बल्कि उसने कहा’ मैं तुम्हें पूरी तरह समझा चुकी हूं, तुम दोस्त नहीं धोखेबाज ठग हो। अपने पैंतरे किसी और पर आजमाना। मैं तो कहती हूं कि अब तुम अपने ठगी के धंधे को बंद कर दो, क्योंकि लोग जागरूक हो गए हैं।’ मैं भी पत्रिका पढ़ रही हूं, रोज ऐसे मामले आ रहे हैं। तुम्हें सबक सिखाना जरूरी है।