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प्रथम दृष्टया मामला फूड पॉयजनिंग काबताया जा रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मस्तूरी व सिम्स के डॉक्टरों के मुताबिक प्रथम दृष्टया यह मामला फूड पॉयजनिंग का लग रहा है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामला और साफ होगा। अभी तक इस मामले पर संबंधित थाने में न तो कोई शिकायत और न ही अपराध दर्ज हुआ है।
सीएमएचओ डॉ प्रभात श्रीवास्तव का कहना है कि मस्तूरी क्षेत्र के भदौरा ग्राम में फूड पॉयजनिंग की वजह से दर्जन भर लोग उल्टी-दस्त के शिकार हो गए थे। उन्हें पहले मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां कुछ तो इलाज के बाद ठीक हो गए, नौ लोगों की हालत ज्यादा बिगडऩे पर उन्हें सिम्स रेफर कर दिया गया था। इसमें एक 6 साल की बच्ची को परिजन एक निजी अस्पताल ले गए थे, वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जबकि 8 लोग अभी सिम्स में भर्ती हैं, उनकी हालत स्थिर है।