बिलासपुर

मृतका की शिकायत आवेदन पर कार्रवाई की बजाय मांगे 5 गवाह, सीयू का मामला

मामले के निदान की बजाय चंद्राकर ने आवेदन को सुधार कर लाने तथा पांच गवाहों के हस्ताक्षर लाने की बात कही।

बिलासपुरOct 12, 2017 / 01:32 pm

Amil Shrivas

बिलासपुर. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय में बीएड स्पेशल की छात्रा पूनम चंद्रा के आत्महत्या मामले ने तूल पकड लिया है। इसे असंवेदनशीलता की इंतहा ही कही जाएगी कि मृतका ने जब 5 अक्टूबर को एचओडी के नाम प्रताडना की शिकायत संबंधी आवेदन असिस्टेंट प्रोफेसर मुकेश चंद्राकर को दिया तो उस पर कार्रवाई की बजाय आवेदन सुधारकर लाने और पांच गवाहों के हस्ताक्षर की मांग की गई। प्रबंधन के इस रवैये से सीधा समझा जा सकता है कि नाजुक मसले को लेकर भी कितनी गंभीरता बरती गई। सीयू प्रबंधन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एचओडी सीएस वजलवार को आगामी आदेश तक पद से हटा दिया है और अनुपमा सक्सेना को एचओडी का प्रभार दिया गया है। बीएड स्पेशल की छात्रा पूनम चंद्रा ने 5 अक्टूबर को असिस्टेंट प्रोफेसर मुकेश चंद्राकर को आवेदन देकर क्लास के छात्र दिव्य कुमार पर मानसिक प्रताडना की शिकायत की थी। आवेदन में कहा गया कि पिछले चार महीने से वो उसे परेशान कर रहा है और परिवार के बारे में भी भला-बुरा कह रहा है। इस संबंध में कार्रवाई करें। मामले के निदान की बजाय चंद्राकर ने आवेदन को सुधार कर लाने तथा पांच गवाहों के हस्ताक्षर लाने की बात कही। इसके बाद छात्रा द्वारा आत्मघाती कदम उठाया गया।

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मामा, मामी व पिता को दी पूरी जानकारी : मृतका पूनम चंद्रा ने 5 अक्टूबर की शाम अपने मामा रमेश चंद्रा और मामी भारती चंद्रा से फोन पर बात कर उन्हें सारी घटना बताई। पिता लोचन प्रसाद चंद्रा से भी उसकी बात हुई, हालांकि पिता एवं मामा को नहीं लगा कि बात इतनी बिगड जाएगी और नौबत आत्महत्या तक पहुंच जाएगी। मृतका के मामा-मामी सकरी स्थित रामा लाइव सिटी में रहते हैं। उनसे फोन पर बात कर मृतका ने दिव्य कुमार के शिकायत संबंधी आवेदन प्रोफेसर चंद्राकर को दिए जाने की बात कही। उसने बताया कि उसे आवेदन सुधारकर और पांच गवाहों के साइन कराकर देने की बात कही गई। एचओडी पर गिरी गाज सीयू प्रबंधन ने बुधवार को देर रात आदेश जारी कर एचओडी वजलवार को आगामी आदेश तक पद से हटाने और उनके स्थान पर अनुपमा सक्सेना को एचओडी का प्रभार दिया है। मिली जानकारी के अनुसार विवि प्रशासन ने जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के अध्ययन के बाद इस पर गुरुवार को निर्णय होगा।

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आगे की कार्यवाही रिपोर्ट अध्ययन के बाद होगी तय : एचओडी सीएस वजलवार को आगामी आदेश तक पदमुक्त किया गया है। अनुपमा सक्सेना को एचओडी का प्रभार दिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। आगे की कार्यवाही रिपोर्ट के अध्ययन के बाद तय की जाएगी।
प्रतिभा मिश्रा, मीडिया प्रभारी, सीयू

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