हांथो में नारियल लिए भगवन श्रीराम की आराधना करते हनुमान जी की अद्भुत प्रतिमा, लंका में इसी रूप से की थी स्तुति
बिलासपुर. जूना बिलासपुर स्थित बजरंगबली का मंदिर करीब 140 वर्ष पुराना बताया जाता है। हाथों में नारियल लिए यह प्रदेश की एकमात्र मूर्ति है। मंदिर में प्रति मंगलवार भक्तों की काफी भीड़ होती है। हनुमान जयंती पर सिद्धपीठ दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं। बजरंगबली यहां आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। मंदिर के पुजारी मनीष पांडेय बताते हैं कि इस प्राचीन मंदिर में विराजमान हनुमान जी से लोगों की गहरी आस्था है। मान्यता है कि जब रावण ने सीता का हरण किया था और उन्हें अपने साथ लंका ले गए थे तो हनुमान जी उन्हें खोजने के लिए लंका गए थे। लंका में हनुमान जी ने दक्षिण दिशा में हाथों में नारियल रखकर भगवान श्रीराम का याद किया था। इसी रूप में हनुमान जी की मूर्ति यहां के मंदिर में स्थापित है। इस तरह की मूर्ति प्रदेश मतें और कहीं देखने नहीं मिलती है। मंदिर में हनुमान जयंती पर विशेष आयेाजन होते हैं। इस बार हनुमान जंयती 19 अप्रैल को है। सुबह 7 बजे से मंदिर में भक्तों का तांता लगेगा। सुबह से भी रूद्राभिषेक, जलाभिषेक और वंदन-दर्पण के के धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे। पूरे दिन यहां मेले जैसा माहौल होगा और देर शाम तक धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। मंदिर में हनुमान जयंती के दिन विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।