सरगुजा से रायपुर जाते समय कुछ देर के लिए सोमवार शाम छत्तीसगढ़ भवन में रुके पूर्व केबिनेट मिनिस्टर ने पत्रकारों से चर्चा की। प्रदेश में कांग्रेस की हार के मुख्य कारणों के सवाल पर भगत ने कहा कि इस चुनाव में जो हम सभी ने महसूस किया कि वर्ष 2018 में जिस तरह सभी कांग्रेसजन मिलकर चुनाव लड़े थे और एक दूसरे को मदद कर रहे थे उसकी कमी इस चुनाव में कहीं न नहीं कहीं दिखी। आपसी तालमेल नहीं होने के कारण चुनाव के अप्रत्याशित परिणाम सामने आए ।
इसके अलावा भी और बड़े कारण है। पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह और जयसिंह अग्रवाल द्वारा हाल ही में दिए गए बयानों की सच्चाई के सवाल पर कहा कि कारण जो भी अभी हार के बाद तत्काल जो भी बातें हैं पार्टी प्लेटफार्म पर रखी जाएं तो बेहतर है। सार्वजनिक बयानबाजी से आपसी कटुता बढ़ेगी। राहुल गांधी के शहर प्रवास के दौरान प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने पर राजनीति से संन्यास लेने और मूंछे मुंड़वाने के सवाल पर भगत ने कहा कि मुझ़े ऐसे बयान देने का स्मरण नहीं है। वैसे भी हारने के बाद क्या रह गया है।
परिणाम विपरीत आया है और हम जनाधार स्वीकार करते हैं। भाजपा को अवसर मिला है बढ़िया काम करके दिखाएं। अभी से कुछ कहना ठीक नहीं होगा। प्रधानमंत्री हमारे देश के सर्वोच्च नेता हैं और उन्होंने 2016 में नोटबंदी के दौरान कहा था कि 50 दिनों में स्थिति सामान्य नहीं होगी तो जिस चौक चौराहों पर बुलाओंगे मैं आ जाउंगा और जो सजा दोगे और लटकाने जैसी बातें कही थी। देश के प्रधानमंत्री जिस दिशा में आगे बढ़ेंगे ,हम भी उसी दिशा में आगे बढ़ेंगे।