रेस्क्यू टीम मलबा हटाने के काम में जुटी है। जो सुबह चार बजे तक चलेगा। इसके बाद ही मलबे में दबे मजदूरों की संख्या और उनकी स्थिति के बारे में पुख्ता जानकारी सामने आएगी। बताया जाता है कि साइलो के नीचे एक फीडर था, जहां मजदूर काम कर रहे थे। घटनास्थल पर बड़े अधिकारी हालात का जायजा ले रहे हैं।
मुंगेली जिले के सरगांव थाना इलाके में यह हादसा दोपहर करीब 2 बजे के बीच हुआ। रॉ मटेरियल मिक्स करने वाला 200 टन का साइलो के गिरने की आवाज सुनकर गांव के लोग प्लांट की ओर दौड़े। साइलो के नीचे फीडर में काम कर रहे मजदूर साइलो के नीचे दब गए। इससे प्लांट में चीख पुकार मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्लांट प्रशासन ने पहले तो लोगों को अंदर जाने से रोका, लेकिन हंगामे और कर्मचारियों के दबाव के बाद उन्हें जाने दिया गया।
फिलहाल, रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने हादसे पर कहा कि मुंगेली जिले के स्टील फैक्ट्री में एक दुर्भाग्य जनक घटना की सूचना मिली है प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची हुई है। राहत और बचाव का काम किया जा रहा है। यह भी पढ़ें
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Chhattisgarh Accident: रात तक रेस्क्यूप्रशासन की टीम तैनात
घटना के बाद रेस्क्यू टीम के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। मुंगेली कलेक्टर राहुल देव के साथ ही एसपी भोजराम पटेल और आईजी डॉ. संजीव शुक्ला भी घटना स्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू की कमान संभाल रहे हैं। मुंगेली एसपी भोजराम पटेल ने बताया कि 2 घायलों को उपचार के लिए बिलासपुर सिम्स भेजा गया है।मशीनों की जांच नहीं हुई…
प्लांट के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि हादसा प्रबंधन की लापरवाही से हुआ है। अंदर की मशीनों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं की गई थी, जिसकी वजह से यह घटना हुई। यह प्लांट कुछ महीने पहले ही शुरू हुआ है। इसमें एक्सटेंशन वर्क भी चल रहा है। प्लांट के डायरेक्टर संदीप अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, विशाल अग्रवाल और यश पोद्दार हैं।Chhattisgarh Accident: क्या होता है साइलो?
साइलो, एक बड़ा बेलनाकार स्टोरेज उपकरण होता है। इसका इस्तेमाल कई उद्योगों में किया जाता है। इसे सीमेंट उत्पादन, अनाज, रासायनिक उत्पादन, फ्लाई ऐश (कोयले को जलाने से निकलने वाला महीन पाउडर) जैसी चीजों को स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्लांट में साइलो गिरने से हादसा हुआ। कंपनी प्रबंधन से जानकारी ली गई। उनका कहना है कि 2 से 3 लोग मिसिंग हैं। संभावना है कि वे मलवे के नीचे दबे हों। मलवा हटाने का काम चल रहा है। इसके बाद ही वास्तविक हालात का पता चलेगा। – डॉ. संजीव शुक्ला, आईजी बिलासपुर
औद्योगिक दुर्घटना का दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। अफसरों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। ईश्वर से मलबे में दबे मजदूरों के सकुशल होने एवं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। – विष्णु देव साय मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
घटनाक्रम पर नजर रखी जा रही है। राहत के संसाधन भेजे हैं। मामले की कड़ाई से जांच की जाएगी,और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। घायलों को बेहतर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं। – तोखन साहू केंद्रीय मंत्री