निगम ने हाल ही में शहरभर में वाल पेंटिंग शुरू की है, ताकि नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके और स्वच्छता अभियान को गति दी जा सके। दूसरी ओर निगम अधिकारियों ने अगर पब्लिक टायलेट्स की स्थिति और डस्टबिन की कमी को जल्दी ठीक नहीं किया गया तो यह सर्वे में शहर के अंक कम कर सकता है, जिससे प्रतियोगिता में नुकसान हो सकता है।
CG Nagar Nigam: 9500 अंकों की सफाई परीक्षा
केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के लिए कुल 9500 अंकों में से 5705 अंक कचरा निपटान पर निर्धारित किए हैं, जो कुल अंक का 60 प्रतिशत है। इसमें कचरा संग्रहण, सफाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सैनिटाइजेशन और वाटर मैनेजमेंट शामिल हैं। इस बार 2500 अंक सर्टिफिकेशन और 1295 अंक सिटीजन फीडबैक पर मिलेंगे। हालांकि, डस्टबिन के पास फैली गंदगी और अन्य स्वच्छता समस्याएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। पिछली बार 7500 अंक वाले सर्वेक्षण को बढ़ाकर अब 9500 अंक कर दिया गया है।जहां डस्टबिन वहां से कचरा ही नहीं उठ रहा
शहर के मुख्य मार्गों के साथ ही बाजार वाले स्थानों पर डस्टबिन नहीं रखी गई है। वहीं जिन जगहों पर डस्टबिन है, वहां से निगम कचरा तक नहीं उठा रहा। इसके चलते सड़कों पर गंदगी फैली है। अपोलो जाने वाले मुख्य मार्ग में तो निगम ने डस्टबिन ही नहीं रखा है। ऐसे में लोग घरों का कचरा सड़कों पर ही फेंक रहे हैं। विद्या नगर मुख्य मार्ग किनारे डस्टबिन तो रखा गया है लेकिन यहां से कचरा नहीं उठाते, जिससे सड़क पर ही कचरा फैला रहता है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों को लेकर नगर निगम की ओर से सभी क्षेत्रों में काम में तेजी आई है। जबकि पब्लिक टॉयलेट की बदहाल स्थिति और शहर की सड़कों पर डस्टबिन की कमी पर से नंबर कट सकते हैं।