पुलिस के अनुसार दीनदयाल मंगला निवासी नलील लाल पिता सुनील लाल टाइल्स मिस्त्री का काम करते हैं। पीड़ित ने बताया कि उनकी दोस्ती वर्ष 2019 में फेसबुक के माध्यम से प्रवीण कुमार पिता रामगोपाल यादव निासी आमापारा जांजगीर चांपा से हुई। दोनों के बीच दोस्ती काफी गहरी होने पर प्रवीण का नलील कुमार के घर आना जाने लगा। इस दौरान प्रवीण कुमार ने बताया कि उनके पिता कोरबा एसईसीएल में अधिकारी हैं।
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CG Fraud Case: आरोपी प्रवीण ने बताया कि एसईसीएल दीपका में सुपरवाइजर पद के लिए वैकेंसी निकलने वाली है। उसकी पहचान कुछ अधिकारियों से है वह अपनी नौकरी के लिए बात कर चुकी है, एक दो और की भी नौकरी लगवा सकता है। एसईसीएल दीपका में सुपरवाइजर की नौकरी करने की इच्छा नलील लाल ने कही तो प्रवीण ने 9 से 10 लाख रुपए खर्च लगने की बात कही। नलील लाल नेे अपनी बहन व अन्य रिश्तेदारों से 9 लाख रुपए एकत्र कर प्रवीण कुमार यादव को दे दिया। रुपए लेने के बाद कुछ दिनों तक तो वह घूमाता रहा और फिर एक दिन मोबाइल ही बंद कर दिया। पीड़ित को जब ठगी का एहसास हुआ तो सिविल लाइन थाने पहुंच कर मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में की हैं। पुलिस आवेदन लेकर मामले में जांच कार्रवाई का आश्वासन दिया है।