पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण बैंक तोरवा नाका के शाखा प्रबंधक ने 26 जून 2024 थाने में जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसमें बताया गया था कि माला सोमावार के नाम पर खाता खोला गया था, जिसमें सिद्धार्थ शर्मा और कुलदीप पांडेय गवाह बने थे। 30 अगस्त 2024 को मोहित केरकेट्टा ने अपने एसबीआई खाते से 20 लाख रुपए माला सोमावार के खाते में आर.टी.जी.एस. के माध्यम से ट्रांसफर किया।
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जानिए पूरा मामला
3 सितंबर 2024 को मोहित केरकेट्टा ने बैंक में आकर बताया कि उसने 20 लाख रुपए ट्रांसफर किए हैं उसे होल्ड किया जाए। जांच में पाया गया कि महिला द्वारा प्रस्तुत आधार कार्ड फर्जी था। 4 सितंबर को शंकर कुमार सोमावार ने भी बैंक में आकर बताया कि उनकी भाभी मुंबई में रहती हैं और बैंक में कोई खाता नहीं खोला गया है। इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। इस पर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के (CG Crime News) निर्देशन में कार्रवाई शुरू की गई। आरोपी महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने अपना वास्तविक नाम दुरपति बडकर 45 वर्ष निवासी नुनचूई तखतपुर बताया। इस मामले पर उसने बताया कि बताया कि ग्राम नकचुई के रवि नवरंग ने उसे माला सोमावार बनकर बैंक में खाता खोलने के लिए कहा था। इसके बदले 20 हजार रुपए देने का लालच दिया था।
कार्रवाई स्वरूप पुलिस ने आरोपी महिला से आधार कार्ड, बैंक पास बुक, एटीएम और चेक बुक जब्त कर दुरपति बडकर को धारा गिरफ्तार करते हुए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। जबकि बताए एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है।