एक्सपर्ट के मुताबिक स्टूडेंट अभी जो पढ़ रहे हैं उसे रजिस्टर पर लिखकर याद करें। यह तैयारी में मददगार होगी। साथ
राइटिंग प्रैक्टिस भी होगी। एक्सपर्ट के मुताबिक अभी बच्चों में राइटिंग स्किल कम हो रहा है। इसका असर परीक्षा के अंकों पर होगा। ऐसे में राइटिंग स्किल के लिए काम करने की जरूरत है। लिखने की बजाय मोबाइल और लैपटॉप पर फोकस होने का यह असर है।
CG Board Exam Preparation: बीस शब्द प्रति मिनट की स्पीड जरूरी
तीन घंटे की परीक्षा में आपको 180 मिनट मिलेंगे। करीब 39 प्रश्नों का जवाब देेने के लिए औसतन 2 से ढाई हजार शब्द लिखने हैं। ऐसे में बीस शब्द प्रति मिनट की स्पीड होना चाहिए।
परीक्षा कक्ष में प्रश्न पढ़ने और समझने में भी समय जाता है। विषय के आधार पर यह सीमा घट और बढ़ सकती है।
टाइम मैनेजमेंट जरूरी
एक्सपर्ट के मुताबिक बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए स्टूडेंट को
टाइम मैनेजमेंट करना सबसे ज्यादा जरूरी है। पढ़ाई से लेकर प्रश्नों के उत्तर लिखने तक सीमा तय करनी चाहिए। इसके पालन से ही बेहतर अंक मिलेंगे।
इस तरह लिखेंगे तो बढ़ेंगे अंक
स्पष्ट और सुव्यवस्थित लेखन: उत्तर ऐसा लिखें जो साफ़, सुंदर और समझने में आसान हो। स्पेलिंग मिस्टेक से बचें। पैराग्राफ़ को अलग-अलग करें।
मूल्यांकन के लिए महत्वपूर्ण: महत्वपूर्ण अवधारणाओं, तिथियों, नामों, और तथ्यों को हाइलाइट करें। जितना हो सके, उत्तर में उचित आंकड़े और उदाहरण दें।
उत्तर का क्रम: सबसे पहले प्रश्न को ध्यान से पढ़े और उसके उत्तर का क्रम तय करें। जो पूछा जाएं उसका उत्तर स्पष्ट लिखें।
उत्तर की शुरुआत: उत्तर देते समय शुरुआत में प्रश्न का सही-सही संदर्भ दें, ताकि परीक्षक को यह समझ में आ सके कि आपने कौन सा प्रश्न हल किया है।
पिछले वर्षों के प्रश्न: गणित के पिछले वर्षों के प्रश्न हल करें, ताकि आपको यह समझने में मदद मिले कि किस प्रकार के प्रश्न अधिक आते हैं। प्रश्नपत्र सीबीएसई की वेबसाइट पर हैं।
समय निर्धारित करें: प्रत्येक टॉपिक के लिए एक समय सीमा तय करें और समय से पहले रिवीजन करें।
अब समय कम: अब पूरी किताब पढ़ने का समय नहीं हैं। ऐसे मे हर विषय के सिलेबस को शार्ट करें। उदाहरण के रूप में गणित का बड़ा सिलेबस है। इसे शार्ट करने के लिए महत्वपूर्ण सूत्रों और विधियों को संक्षेप में नोट कर लें।