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दो ही स्ट्रेन को आधार मानकर इलाज करने से सभी मरीजों पर यह कारगर नहीं हो सकता, लिहाजा क्षेत्रानुसार इस पर शोध जरूरी है। यही वजह है कि इस पर 6 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम गठित कर गहनता से शोध शुरू किया गया है। इसके लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले सर्वाइकल कैंसर मरीजों की ‘पैप स्मियर टेस्ट’ के माध्यम से स्ट्रेन को परखा जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में जाकर भी इससे संबंधित जांच की जाएगी। जल्द ही इस दिशा में कुछ परिणाम देखने को मिल सकता है।
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बीपी सिंह, डायरेक्टर प्रोफेसर एंड एचओडी डिपार्टमेंट आफ पैथोलॉजी सिम्स। सर्वाइकल कैंसर के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें शारीरिक स्वच्छता पर ध्यान न देना, जल्दी विवाह, एक से अधिक सेक्स पार्टनर रिलेशनशिप, नशाखोरी, गुप्तांग में इन्फेक्शन, कमजोर इम्यूनिटी, फैमिली हिस्ट्री प्रमुख कारण हैं। यानी उक्त कारणों को