हिर्री थाना के टीआई किशोर केवट ने बताया कि हादसे की जानकारी मिलते ही तत्काल पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुंची। कुछ घायलों को बिल्हा तथा सरगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल किया गया जहां मामूली चोट वाले यात्रियों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। 3 लोगों को सिम्स अस्पताल भेजा गया। जांच में यह बाते सामने आई की बस का ब्रेक फेल नहीं था। ट्रेलर ब्रेक डाउन होकर ब्रिज के किनारे खड़ा था। संभवत: रात में नींद में होने के कारण झपकी या कंट्रोल खोने के चलते बस ट्रेलर से जा भिड़ी जिसके चलते ये हादसा हुआ।
नींद में थे, जोर का झटका लगा और हो गए घायल
हादसे में गंभीर रूप से घायल 3 मरीजों को सिम्स में भर्ती कराया गया है। इसमें रामबोड़ निवासी भरत वर्मा ने बताया कि सभी श्राद्ध करने गया गए थे। ट्रैवल्स कंपनी वाले चित्रकूट, मथुरा, वृंदावंद होते हुए अयोध्या और गया से लौट रहे थे। सुबह सभी नींद में थे, इस बीच जोर का झटका लगा और घायल हो गए। मेरे दोनों पैर कुचल गए है। मेरे साथ महेश पंडा और मीरा बाई को गंभीर चोट आने पर सिम्स में ही इलाज चल रहा है।
Bilaspur Road Accident: नींद की झपकी आने से हादसे की आशंका
हिर्री पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार धौंराभाठा गांव के पास नेशनल हाईवे-30 की ब्रिजपर ट्रेलर क्रमांक सीजी 12 एक 2306 ब्रेक डाउन होने के कारण खड़ी थी। सुबह करीब 4 बजे
बिलासपुर से रायपुर की ओर जा रही शताब्दी बस सर्विस क्रमांक सीजी 12 ई 3077 टकरा गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बस चालक बसना
महासमुंद निवासी घनश्याम चौहान (34) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 18 यात्री घायल हो गए। इनमें 3 की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें सिस में दाखिल किया गया है।