साइबर क्राइम हो या जमीन खरीद फरोत में गडबड़ी कर धोखाधड़ी के मामले, बढ़ते ही जा रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि ऐसे मामले लगातार सामने आने के बाद भी लोग सतकर्ता नहीं बरत रहे और ठगी के शिकार हो जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है। शहर से लगे ग्राम छतौना निवासी राजेंद्र साहू ने जरहाभाठा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि ग्रीन पार्क सिटी जरहाभाठा के एनोस प्रकाश (37 वर्ष) ने ग्राम छतौना पटवारी हल्का नंबर 37 के खसरा नंबर 1078/12 क में से 2205 वर्ग फीट जमीन का सौदा 10 लाख रुपए में उससे किया था।
26 फरवरी 2015 को उसने इसकी रजिस्ट्री भी कराई। उसके बाद बकायदा डायवर्सन, नामांतरण भी कराया। इसके बाद जब वह उस जमीन पर कब्जे के लिए गया तो पता चला कि उक्त जमीन में पूर्व से ही पवन तिवारी व गगन तिवारी का कब्जा है। इस जमीन के बारे में जब उसने जानकारी ली तो पता चला कि खसरा नंबर 1078/12 क रकबा 0.154 हेक्टेयर जमीन को आरोपी एनोश प्रकाश पहले ही पवन तिवारी, गगन तिवारी को बेच चुका है। इस पर पीड़ित खरीदार के पांव के नीचे से जैसे जमीन ही खिसक गई। उन्होंने मामले में थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
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रिपोर्ट के बाद आरोपी हो गया था फरार
आरोपी एनोश के खिलाफ जैसे ही पीड़ित ने बिकी हुई जमीन को फर्जी तरीके से उसे बेच कर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई, वह फरार हो गया। इधर इस मामले की जांच में जुटी पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी थी। इस दौरान आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर भी बदल दिया था, ताकि उनके लोकेशन का पता न चल सके। इस पर पुलिस को उसे ढूंढने में परेशानी हो रही थी। आखिरकार आरोपी का पता चल ही गया। पुलिस ने साइबर सेल की सहायता से आरोपी को वैशाली नगर भिलाई स्थित किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया। उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। आरोपी एनोस प्रकाश ने पीड़ित राजेंद्र साहू को बिकी हुई जमीन दोबारा बेच दी थी। इसके एवज में उसने पीड़ित से 10 लाख रुपए भी ले लिए थे। शिकायत पर लगातार आरोपी की तलाश की जा रही थी। आखिरकार उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। – ओपी कुर्रे, थाना प्रभारी चकरभाठा।