बिलासपुर

बैगा जनजाति की महिलाओं के जमीन के अधिकार पर होगा रिसर्च, साढ़े दस लाख रुपए होंगे खर्च

Baiga Tribe:मानव विज्ञान के इस शोध परियोजना को मिली है स्वीकृति, चार लाख रुपए की पहली किश्त जारी।

बिलासपुरDec 20, 2019 / 01:28 pm

JYANT KUMAR SINGH

बैगा जनजाति की महिलाओं के जमीन के अधिकार पर होगा रिसर्च, साढ़े दस लाख रुपए होंगे खर्च

बिलासपुर। गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) की जीव विज्ञान विद्यापीठ के अंतर्गत मानव विज्ञान विभाग एवं जनजातीय विकास विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. नीलकंठ पाणिग्रही को इम्पैक्टफुल पॉलिसी रिसर्च इन सोशल साइंस (इम्प्रेस) शोध परियोजना स्वीकृत हुई है। इस शोध परियोजना का शीर्षक छत्तीसगढ़ की बैगा जनजातीय महिलाओँ के जमीन के अधिकार की स्थिति है।
उक्त शोध परियोजना के लिए भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली ने दस लाख पचास हजार रुपये स्वीकृत किए हैं। शोध परियोजना का विषय क्षेत्र कृषि एवं ग्रामीण विकास है। शोध परियोजना की अवधि एक वर्ष है।
भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद द्वारा प्रथम किश्त के रूप में चार लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। वहीं द्वितीय किश्त तीन लाख रुये की होगी। तृतीय किश्त में दो लाख रुपये एवं चतुर्थ किश्त में पचास हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। वहीं पचास हजार रुपये का प्रावधान प्रकाशन मद हेतु किया गया हैष शोध परियोजना का उद्देश्य बैगा जनजाति समुदाय की महिलाओँ एवं पुरुषों का जमीन एवं जमीन पर आधारित संसाधनों के साथ संबंध का पता लगाना, छत्तीसगढ़ में रह रहे बैगा जनजाति समुदाय के जीवन एवं रहन-सहन की विवेचना, बैगा महिलाओँ के सशक्तिकरण एवं जमीन आधारित आजीविका शामिल है।

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