बिलासपुर

अगर मैं आदिवासी नहीं हूं, तो आखिर मेरी जाति क्या है- अमित जोगी

अमित जोगी ने कहा कि भूपेश सरकार में आदिवासी वही माना जाता है जो कांग्रेसी है। जब तक मेरा परिवार कांग्रेस में था, हम आदिवासी थे और जैसे ही मेरे पिताजी स्वर्गीय अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़ी वो $गैर-आदिवासी बन गए। आज तक भूपेश बघेल ये नहीं बता पाए हैं कि अगर मैं आदिवासी नहीं हूं, तो आखिर मेरी जाति क्या है?

बिलासपुरOct 11, 2020 / 02:56 pm

Karunakant Chaubey

बिलासपुर. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा मरवाही उपचुनाव में जोगी परिवार को चुनाव लडऩे से रोकने के लिए कांग्रेस कई प्रकार के हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस सरकार के द्वारा पहले एसएसी, एसटी, सामाजिक प्रास्थितिक कानून का अवैधानिक संशोधन किया गया अब ऋचा जोगी की जाति मामले पर अड़ंगा लगा रही है।

अमित जोगी ने जोगी परिवार के विरुध्द लगातार किए जा रहे षडयंत्र पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि जोगी परिवार को मरवाही की जनता ने आदिवासियों के लिए आरक्षित मरवाही विधानसभा से लगातार जीत दिलाकर पिछले 20 वर्षों से आदिवासी होने का प्रमाण पत्र देते आ रही है, इसलिए उन्हें कंाग्रेस-भाजपा से जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं हैं। विरोधी जब-जब जाति का मामला सामने लाए हैं हर बार मुंह की खाए और इस बार भी मुंह की खाएंगे।

अमित जोगी ने कहा कि भूपेश सरकार में आदिवासी वही माना जाता है जो कांग्रेसी है। जब तक मेरा परिवार कांग्रेस में था, हम आदिवासी थे और जैसे ही मेरे पिताजी स्वर्गीय अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़ी वो $गैर-आदिवासी बन गए। आज तक भूपेश बघेल ये नहीं बता पाए हैं कि अगर मैं आदिवासी नहीं हूं, तो आखिर मेरी जाति क्या है? अमित जोगी ने कहा मरवाही उपचुनाव में हार का पूर्वाभास होने के पश्चात कांग्रेस के द्वारा तरह-तरह की पैतरेबाजी की जा रही है।

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पिता-पुत्र के बाद अब कांग्रेस जोगी परिवार की बहु ऋचा जोगी से घबरा गई है। कल तक स्व. जोगी जी और अमित जोगी की जाति पर सवाल उठाते थे अब उनकी बहू ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पर सवाल उठा रहे हैं जबकि ऋचा जोगी के परिवार के पास 1950 के पूर्व का राजस्व दस्तावेज हैं जिसके आधार पर ऋचा जोगी के छोटे भाई ऋषभ सुशील साधू का जाति प्रमाण वर्ष 2019 में बन चुका हैं।

उसी प्रकार ऋचा जोगी के चचरे भाई स्वप्निल साधू का जाति प्रमाण पत्र भी बन चुका हैं जिसके आधार स्वप्निल पीएससी की परीक्षा पास कर छ.ग. शासन के ही स्वास्थ्य विभाग में दंत चिकित्सा अधिकार के रूप में कार्यरत हैं। उक्त जाति प्रमाण पत्रों के लिए ऋचा जोगी के परिवार के द्वारा राजस्व दस्तावेज, वंशावली, वंशवृक्ष, पटवारी प्रतिवेदन सहित जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किया गया और इसी आधार पर ऋचा जोगी ने भी जाति प्रमाण प्राप्त किया हैं।

उन्होंने कहा कि मेरा एक ही $कुसूर है कि तमाम दबावों और प्रलोभनों के बावजूद मैंने अपने पिताजी की विरासत को $िजंदा रखते हुए किसानों, नौजवानों, कर्मचारियों, महिलाओं और गरीबों के साथ हो रही कंाग्रेस सरकार की वादाखिला$फी और व्यापक भ्रष्टाचार के विरुद्ध लगातार लड़ाई लड़ी है।

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