महिला, बच्चों व बुजुर्गो के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद
स्कूल, कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ कामकाजी महिलाओं व अकेले रहने वाले बुजुर्गो की सुरक्षा को ध्यान में रख कर बनाया गया है। एप में ऐसे फिचर डिजाइन किए है जिसके माध्यम से एप को आसानी से चलाया व इस्तेमाल किया जा सकता है। एप को चलाने के लिए यूजर को कुछ करने की आवश्यकता नहीं है यह एप अपने आप ही संचालित हो सकता है यही इस एप की खासियत है।
अमेरिका में की 8 माह नौकरी फिर आगे पढ़ने छोड़ा काम
अंकित के पिता सुब्रत कुमार रथ व माता सुवर्णा रथ ने बताया कि अंकित का बचपन से ही कंप्यूटर में काफी रुचि रही है। वह हमेशा कुछ नया करने की सोचता व उसे करने का प्रयास करता रहता था। पढ़ाई के साथ ही प्रोग्रामिंग व ग्राफिक्स डिजाइनिंग सीखी। अंकित का काम देख कर अमेरिकी कम्पनी ने ऑफर दिया अंकित ने काम भी ज्वाइन किया। लेकिन 12 की बोर्ड परीक्षा को देखते हुए नौकरी छोड़ दी।
अपनी कम्पनी खोलना चाहता है अंकित
अंकित का कहना है कि उसे रोजना समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक चैनलों पर महिला संबंधी या बच्चों के संबंधित बाल अपराध की खबरे मिलती थीं। वही बुजुर्ग जिनके बच्चें बाहर रहकर काम करते है उनके साथ घटित अपराध भी सामने आते थे। इन सब समस्या को देखते हुए उन्होंने फाइलो एप का निर्माण किया है। वह अपनी एक कंपनी भी खोलना चाहते हैं इसके माध्यम से वह सामाज में होने वाले अपराध को रोकने के लिए कारगार साबित हो सके ऐसे और भी एप बनाना चाहते है साथ ही फाइलों के फिचर को और भी विकसित की जा सके इसके लिए प्रयास करेंगे।