अधिकारियों ने शिक्षक दिवस पर टैबलेट वितरण की प्रतीकात्मक शुरुआत कर इन्हें थानों में रखवा दिए हैं। टैबलेट को चलाने के लिए इंटरनेट उपलब्ध कराने वाले सिम कार्ड की व्यवस्था नहीं होने से विद्यार्थियों को सौंपे नहीं गए हैं। यह टैबलेट अब सिम के इंतजार में डिब्बों से बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं मेधावी विद्यार्थी टैबलेट चलाने को तरस रहे हैं।
नाबालिग के माता-पिता का आधार कार्ड
शिक्षा निदेशालय के वित्त सलाहकार संजय धवन ने हाल में आदेश जारी किया। इसमें पात्र मेधावी विद्यार्थियों से उनके आधार कार्ड को लेकर स्थिति स्पष्ट की। कहा गया कि जिन विद्यार्थियों की आयु 18 साल से कम है, उनके माता-पिता का आधार कार्ड लिया जाएगा। इस तरह कक्षा 8वीं व 10वीं बोर्ड के अधिकांश विद्यार्थी आ जाएंगे। केवल 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों को ही स्वयं का आधार कार्ड देना होगा।बिना सिम बने खिलौने
जब तक सिम कार्ड नहीं मिल जाते, तब तक इन टैबलेट का उपयोग नहीं हो सकेगा। विभाग ने चयनित विद्यार्थियों से आधार कार्ड मांगे, लेकिन बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के पास आधार कार्ड नहीं होने से विभाग के पास नहीं पहुंचे। अब यह परेशानी सामने आने पर राजस्थान शिक्षा निदेशक ने हाल ही नया आदेश जारी किया। इसमें नाबालिग विद्यार्थियों से उनकी जगह माता-पिता के आधार कार्ड लेकर उन पर सिम कार्ड एक्टिव करवाकर टैबलेट का वितरण करने के निर्देश दिए हैं।तीन साल मिलेगा फ्री इंटरनेट
विद्यार्थी को टैबलेट के साथ मिलने वाले सिमकार्ड में तीन साल तक इंटरनेट फ्री में उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार ने इंटरनेट सेवा प्रदाता मोबाइल कम्पनियों से अनुबंध किया है। विद्यार्थी अपने क्षेत्र में जिस मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनी की इंटरनेट स्पीड या रेंज अच्छी रहती है, उसका चयन कर सकता है। आधार कार्ड पर उसकी पसंद की कम्पनी से सिम को एक्टिव करवाकर दी जाएगी।आधार कार्ड उपलब्ध होने पर दिए जाएंगे
विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर टैबलेट खरीद किए जा चुके हैं। विद्यार्थियों ने अलग-अलग कंपनियों के कनेक्शन के आवेदन किए हैं। सिम कार्ड मंगवा लिए गए हैं। अब विद्यार्थियों के आधार कार्ड उपलब्ध कराने तथा सभी कंपनियों के सिम कार्ड आने पर टैबलेट वितरित किए जाएंगे।– आशीष मोदी, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
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