दरअसल, इस समय चांदी का उपयोग सोलर प्लेटों में अधिक होने तथा निवेशकों की नजर पड़ने के कारण भावों में गत एक माह से उछाल जारी है। अगस्त में चांदी के भाव औसतन 82 से 85 हजार रुपए प्रति किलोग्राम थे जबकि सितंबर में चांदी ने 92 हजार से पार छलांग लगाई थी। ये भाव पूरे सितंबर में 85 से 92 हजार रुपए प्रति किलोग्राम तक चल रहे थे। जबकि अक्टूबर के पहले सप्ताह की शुरुआत में ही चांदी रिकॉर्ड स्तर 95 हजार रुपए प्रति किलोग्राम हो गई।
एक ही दिन में बढ़े हजार रुपए
सर्राफा व्यापारी रेवंतराम जाखड़ ने बताया कि इस समय चांदी का उपयोग कॉमर्शियल रूप में ज्यादा होने के कारण भावों में तेजी आ रही है। हालांकि भावों में उछाल होने के कारण इसकी ग्राहकी पर कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने बताया कि त्योहारी सीजन को देखते हुए ग्राहकी भी अच्छी चल रही है। एक ही दिन में एक हजार रुपए बढ़ गए हैं। गुरुवार को चांदी 94 हजार रुपए प्रति किलोग्राम चल रही थी, जो शुक्रवार को 95 हजार रुपए प्रति किलोग्राम पर छलांग लगा ली।