टीकाकरण भी ठप
सरकारी पशु चिकित्सालयों में हीट वेव की चपेट में आए पशुओं के उपचार के लिए दवाइयां ही नहीं है। इसमें मुख्य रूप से मवेशियों में पोषक तत्वों की कमी को बढ़ाने, घाव व ड्रेसिंग के लिए उपयोग में आने वाली दवा, मवेशियों में कीड़े पड़ने पर दी जाने वाली दवा व जेल तथा फिनाइल तक चिकित्सालय में नहीं है। पशुओं के टीकाकरण का काम भी ठप पड़ा है।
सरकारी पशु चिकित्सालयों में हीट वेव की चपेट में आए पशुओं के उपचार के लिए दवाइयां ही नहीं है। इसमें मुख्य रूप से मवेशियों में पोषक तत्वों की कमी को बढ़ाने, घाव व ड्रेसिंग के लिए उपयोग में आने वाली दवा, मवेशियों में कीड़े पड़ने पर दी जाने वाली दवा व जेल तथा फिनाइल तक चिकित्सालय में नहीं है। पशुओं के टीकाकरण का काम भी ठप पड़ा है।