भारतीय एवं विदेशी सिक्के, करैंसी नोट एवं डाक टिकटों के संग्रहकर्ता भारतभूषण गुप्ता बताते हैं कि नया नोट अगले माह तक देश के विभिन्न शहरों की बैंकों में पहुंचने की उम्मीद है। फिलहाल मुम्बई स्थित आरबीआइ से बहुत कम नोट जारी किए गए हैं। गुप्ता ने बताया कि नोटबंदी के बाद दो हजार, पांच सौ, दो सौ, एक सौ तथा दस रुपए के नए नोट जारी किए जा चुके हैं। बीस रुपए का नोट जारी नहीं होने से नए नोटों की शृंखला अधूरी पड़ी थी। बीस रुपए का नया नोट जारी होने के बाद अधूरी शृंखला अब पूरी हो गई है।
बीस के नोट का इतिहास सर्वप्रथम एक जून, १९७२ को तत्कालीन रिजर्व बैंक के गवर्नर एस जगन्नाथ के हस्ताक्षर से बीस रुपए का नोट जारी हुआ। इसके पृष्ठ भाग में संसद भवन का चित्र था। दूसरा नोट २४ मार्च, १९७५ को जारी हुआ, जिसके डिजाइन में परिवर्तन किया गया था। इसके पृष्ठ भाग में कोणार्क चक्र को स्थान प्राप्त हुआ। तीसरा नोट वर्ष १९९६ में निकाला गया। इस समयावधि में सभी श्रेणी के नोटों पर महात्मा गांधी के चित्र अंकित होने लगे थे, लेकिन बीस रुपए के नोट पर नवम्बर-२००१ में महात्मा गांधी की फोटो छापी गई। पृष्ठभाग में अण्डमान निकोबार का पहाड़ एवं समुद्र का दृष्य मुद्रित हुआ। इसके बाद मई-२०१९ में बीस रुपए का नोट प्रकाशित हुआ, जिसके पृष्ठ भाग में एलोरा की गुफाओं का चित्र छापा गया है।