एेसे में शहर में नियमों और सुरक्षा को ताक पर रखकर तरणताल संचालित हो रहे हैं। किसी प्रकार की जांच, सर्वे और नियम नहीं होने से शहर में तरणतालों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं तरणतालों के पंजीयन और नियम बनाने के स्वायत्त शासन विभाग के आदेश निगम में धूल फांक रहे हैं।
आए दिन तरणतालों में डूबने की घटनाएं होने के बाद भी अधिकारी इस पर गौर नहीं कर रहे हैं। शहर में संचालित तरणतालों में से कुछ को छोड़ दिया जाए तो अधिकतर तरणतालों में सुरक्षा के बंदोबस्त पर गौर नहीं किया जा रहा है।
नहीं बनी सूची
वर्षों से शहर में तरणताल संचालित होने के बावजूद नगर निगम अब तक इनका सर्वे कर सूची भी नहीं बना पाया है, जबकि स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों को माने तो निगम को तरणतालों का न केवल पंजीयन करना है, बल्कि इनके संचालन, सुरक्षा आदि को लेकर नियम भी बनाने हैं। इस कार्य के लिए निगम को राजस्व भी मिल सकता है।
मापदण्डों पर खरे नहीं
शहर में संचालित अधिकतर तरणताल संचालक सुरक्षा को नजरअंदाज किए हुए हैं। तरणतालों में नहाने के दौरान जो सुरक्षा के मापदण्ड और व्यवस्था होनी चाहिए, उन पर अधिक ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
शहर में संचालित अधिकतर तरणताल संचालक सुरक्षा को नजरअंदाज किए हुए हैं। तरणतालों में नहाने के दौरान जो सुरक्षा के मापदण्ड और व्यवस्था होनी चाहिए, उन पर अधिक ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कुशल तैराक और गोताखोरों का तरणतालों में हर समय मौजूद रहना आवश्यक है, लेकिन अधिकतर तरणतालों में थोड़ी-बहुत तैराकी जानने वालों को नियुक्त कर इतिश्री की जा रही है। वहीं पर्याप्त संख्या में सुरक्षा पेटियां, ट्यूब और रस्सों का रहना आवश्यक है, लेकिन इसकी पालना भी महज दिखावे के रूप में नजर आ रही है। संचालक सुरक्षा पर अधिक ध्यान देने की बजाय आय अर्जित करने पर अधिक जोर देते नजर आ रहे हैं।
सुरक्षा के हों कडे़ मापदण्ड
&शहर में तरणतालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नहाने के दौरान इनमें डूबने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह तरणतालों को लेकर नियम-कायदे बनाए। सुरक्षा के कडे़ मापदण्ड निर्धारित करे। समय-समय पर इनमें सुरक्षा संसाधनों की जांच करे।
तरणताल चाहे सरकारी स्तर पर हो अथवा निजी स्तर अथवा होटल्स, फार्म हाउस आदि में, उनको सूचीबद्ध करे और कुशल तैराक व गोताखोर नियुक्त हों, इसकी पालना सुनिश्चित करवाएं।
राजेन्द्र शर्मा, पार्षद व तैराकं
राजेन्द्र शर्मा, पार्षद व तैराकं