प्रदेश में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं। नेशनल क्राइम रेकार्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़ें के मुताबिक भारत में हर घंटे में सड़क दुर्घटना में 18 लोगों की मौत हो रही है। पिछले साल साढ़े पांच लाख से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हुई और करीब डेढ़ लाख लोग काल के गाव में समा गए। हर पांच मिनट एक सड़क दुर्घटना और हर चौथे मिनट में एक मौत हो रही है।
इन्होंने बढ़ाया सड़क हादसों का ग्राफ जिला पुलिस की मानें तो पिछले चार-पांच साल में सड़क हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। हादसे बढ़ने की मुख्य वजह नौसिखिया वाहन चालक, तेजगति से वाहन चलाना है। इतना ही नहीं 100 वाहन चालकों में से 78 प्रतिशत ही लाइसेंसधारी हैं। कुछ मामले ऐसे भी सामने आए है जो नाबालिग होते हुए भी लाइसेंस बनवा चुके हैं।
एक नजर इधर …
– दुपहिया वाहन – 3,17, 776 – कार-तिपहिया , 22, 963
– चालक – करीब साढे पांच साख – हेलमेट प्रतिशत- 78
हेलमेट से सुरक्षा, जरूर पहनें हेलमेट वाहन चालक की सुरक्षा के लिए है, जिसे दुपहिया चालक जरूर पहनें। यहां ट्रोमा सेंटर में हर माह 150 से अधिक सिर की चोट के मरीज पहुंचते हैं, जिनमे से 10-12 की मौत हो जाती है।
डॉ. कपिल पारीक, एसोसिएट प्रोफेसर न्यूरो विभाग. एसपी मेडिकल कॉलेज