जिले में राम रहीम के दो डेरे हैं। पहला दियातरा और दूसरा नापासर बाइपास के पास है। दोनों डेरे सैकड़ों बीघा में फैले हुए हैं। राम रहीम को दोषी करार देने के बाद भड़की हिंसा को देखते हुए दोनों ही ठिकानों पर संबंधित थानाधिकारी लगातार नजर रखे हुए हैं।
प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो जिला प्रशासन अपनी कार्रवाई के साथ इस बात की जानकारी भी जुटा रहा है कि राम रहीम ने किसी अन्य के नाम से बीकानेर में जमीनों के सौदे तो नहीं किए। एक अधिकारी की मानें तो इस बात से इनकार भी नहीं किया जा सकता। सूत्रों की मानें तो बीकानेर में जिन दो डेरों की जमीनों का खुलासा हुआ है, उनकी कीमत करीब ५० करोड़ से अधिक है।
डेरा प्रमुख राम रहीम ने वर्ष २०१३ में बीकानेर का दौरा कर मेडिकल खेल मैदान में सभा की थी। उस समय उसने अनुयायियों को प्रवचन दिया था। दूसरे दौरे में उसके हजारों अनुयायियों ने शहर में सफाई अभियान चलाया था, जिसमें कुछ ही घंटों में सैकड़ों ट्रक कचरा एकत्र कर दिया था।
राम रहीम के साथ चर्चा में रहे आरोपित संतों ने भी बीकानेर में अपने डेरे बना रखे हैं। हत्या और दुष्कर्म के आरोप में करीब तीन साल से जेल में बंद आसाराम का यहां करमीसर के पास आश्रम है, जिसे उसके अनुयायियों द्वारा दिए जाने की बात सामने आई है। इतना ही नहीं देश द्रोह और हत्या के मामले में आरोपित सतलोक आश्रम के प्रमुख रामपाल के भी बीकानेर में आश्रम हैं। आरोपित संतों से जुड़े खुलासे होने से पहले बीकानेर शहर में राम रहीम, आसाराम और सत लोक आश्रम के प्रमुख रामपाल के लाखों अनुयायी थे।
राम रहीम से जुड़ी सम्पत्ति के आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। प्रथम दृष्टया बीकानेर और कोलायत के दियातरा में इसके डेरे होने की जानकारी मिली है। साथ ही इस बात की जानकारी भी जुटाई जा रही है कि जमीनों के असली मालिक कौन हैं और किनके नाम जमीनें खरीदी गई हैं। इस प्रकरण में हर पहलू से जांच करते हुए सूचनाएं एकत्र की जा रही हैं।
अनिल गुप्ता, जिला कलक्टर, बीकानेर