परन्तु यहां नमकीन घेवर भी बनते है। जिनके शौकीनों की तादाद भी कम नहीं है। खासकर शुगर के मरीज यह घेवर खरीदते है। इनकी मांग बढ़ने के साथ अब करीब 15 जगहों पर ऐसे घेवर बनाए जाने लगे है। नया साल शुरू होने के साथ ही नमकीन घेवरों को तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। जनवरी में 10 से 15 दिनों तक ही इन घेवरों को तैयार कर बेचा जाता है। इसके बाद केवल ऑर्डर पर ही बनाए जाते है।
खाने की कोई चीज शुगर-फ्री नहीं
बाजार में मिल रही खाने की कोई चीज शुगर-फ्री नहीं होती है। हालांकि दुकानदार लिखते जरूर है लेकिन यह एकदम शुगर-फ्री नहीं है। घेवर में घी तथा मैदा भी कैलोरी को बढ़ाने का काम करते हैं। किसी मधुमेह पीड़ित को घेवर खाने की इच्छा होती है तो वह नाममात्र ही खा सकता है। ज्यादा मिठाई खाना मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक है। वे ऐसी चीजें खाएं जिसमें कैलोरी की मात्रा कम हो।-डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा, प्रभारी, डायबिटीज रिसर्च सेंटर