बीकानेर

राजस्थान में यहां मीठे ही नहीं नमकीन घेवर के भी खूब शौकीन, मुंह में घुल जाता है लाजवाब स्वाद; शुगर के मरीज खाते हैं चाव से

Rajasthan Best Ghevar: खासकर शुगर के मरीज यह घेवर खरीदते है। इनकी मांग बढ़ने के साथ अब करीब 15 जगहों पर ऐसे घेवर बनाए जाने लगे है।

बीकानेरJan 03, 2025 / 03:13 pm

Alfiya Khan

बीकानेर। हजार हवेलियों के शहर बीकानेर का खान-पान भी जरा हटकर है। यहां के रसगुल्ले की मिठास का हर कोई कायल है। वहीं नमकीन में भुजिया की देश-दुनिया में धाक है। इन दिनों घेवर की खुशबू से शहर महक रहा है। मुख्य बाजार से लेकर गली मोहल्लों में स्थायी-अस्थायी घेवर की दुकानें सजी हुई है। यह मीठे घेवर बीकानेर की तरह कुछ अन्य शहरों में भी देखने को मिल जाएंगे।
परन्तु यहां नमकीन घेवर भी बनते है। जिनके शौकीनों की तादाद भी कम नहीं है। खासकर शुगर के मरीज यह घेवर खरीदते है। इनकी मांग बढ़ने के साथ अब करीब 15 जगहों पर ऐसे घेवर बनाए जाने लगे है। नया साल शुरू होने के साथ ही नमकीन घेवरों को तैयार करने का काम शुरू कर दिया गया है। जनवरी में 10 से 15 दिनों तक ही इन घेवरों को तैयार कर बेचा जाता है। इसके बाद केवल ऑर्डर पर ही बनाए जाते है।

खाने की कोई चीज शुगर-फ्री नहीं

बाजार में मिल रही खाने की कोई चीज शुगर-फ्री नहीं होती है। हालांकि दुकानदार लिखते जरूर है लेकिन यह एकदम शुगर-फ्री नहीं है। घेवर में घी तथा मैदा भी कैलोरी को बढ़ाने का काम करते हैं। किसी मधुमेह पीड़ित को घेवर खाने की इच्छा होती है तो वह नाममात्र ही खा सकता है। ज्यादा मिठाई खाना मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक है। वे ऐसी चीजें खाएं जिसमें कैलोरी की मात्रा कम हो।
-डॉ. सुरेन्द्र कुमार वर्मा, प्रभारी, डायबिटीज रिसर्च सेंटर
यह भी पढ़ें

विदेशी पावणों को भाया देशी तड़का; दही-पराठा, पोहा, पूड़ी-सब्जी के हुए दीवाने

Hindi News / Bikaner / राजस्थान में यहां मीठे ही नहीं नमकीन घेवर के भी खूब शौकीन, मुंह में घुल जाता है लाजवाब स्वाद; शुगर के मरीज खाते हैं चाव से

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.