शिक्षा मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को यह समझना चाहिए कि अब सरकार भाजपा की है, कांग्रेस की नहीं। ऐसे में पिछली सरकार के समय की अनुमोदित सूची को अब कैसे जारी कर सकते हैं। इन सूचियों का अनुमोदन तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के समय किया गया था। किरोड़ीलाल मीणा की ओर से तबादला सूची पर आपत्ति दर्ज कराते हुए पत्र देने पर सूची वापस लेने के सवाल पर उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं था। किरोड़ीलाल मीणा हमारे सीनियर हैं। उनका ऐसा कोई पत्र मुझे नहीं मिला था।
शिक्षकों को अनुशासन में रहने की सलाह
कुछ महिला शिक्षिकाओं के पहनावे पर सवाल उठाने को लेकर पूछने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चे दिन के कुछ घंटे माता-पिता के सामने और कुछ घंटे स्कूल में शिक्षकों के सामने रहते हैं। ऐसे में वह जैसा देखते हैं, सीखते है। जिस तरह माता-पिता अच्छी पोशाक पहनकर बच्चों के सामने आदर्श प्रस्तुत करते हैं, उसी तरह शिक्षकों को भी स्वत: ही अनुशासन में रहना चाहिए। दिलावर ने कहा कि हमारे शिक्षक बहुत विद्धवान हैं। हर काम दंड का भय दिखाकर नहीं कराया जा सकता। उन्होंने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने पर विचार करेंगे। यह भी पढ़ें