भारतीय सेना ने सोमवार से मिस्र और किर्गिस्तान की सेनाओं के साथ क्रमशः मिस्र के अंशास और हिमाचल प्रदेश के बकलोह में अपना अभ्यास ‘साइक्लोन’ और अभ्यास ‘खंजर’ शुरू कर दिया है। सऊदी अरब के साथ ‘सदा तानसीक’ युद्धाभ्यास 29 जनवरी से राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू होगा।
यह संयुक्त युद्धाभ्यास भारतीय सेना की अत्याधुनिक हथियारों से लैस थलसेना और सऊदी अरब की भूमि सेना के बीच होगा। 14 दिवसीय युद्धाभ्यास 29 जनवरी से शुरू होगा और 9 फरवरी को राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में समाप्त होगा। दोनों पक्ष अभ्यास में भाग लेने के लिए 45-45 कर्मियों को तैनात कर रहे हैं।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य निर्मित क्षेत्रों और पहाड़ी इलाकों में आतंकवाद और विशेष बलों के अभियानों में अनुभवों और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि अभ्यास में विशेष बलों के लिए कौशल विकसित करने पर जोर दिया जाएगा, जिसमें सम्मिलन और निष्कर्षण की उन्नत तकनीक सीखना भी शामिल है।
यह अभ्यास दोनों पक्षों के अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा उपकरणों की क्षमताओं को उजागर करने, साझा सुरक्षा उद्देश्यों की पहचान करने और उन्हें प्राप्त करने और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान करेगा।
यह दोनों देशों के बीच युद्धाभ्यास का तीसरा संस्करण है। अभ्यास का पहला और दूसरा संस्करण क्रमश: जनवरी 2019 और 2023 में आयोजित किया गया था।