आमजन पुलिस से बहुत उम्मीदे रखते हैं, उनकी उम्मीदों पर पुलिस खरा उतरे यही प्रयास रहेगा। संगठित अपराध, तस्करी और अवैध खनन माफिया पर अंकुश लगाने के लिए विशेष काम किया जाएगा। आइपीएस दिनेश एमएन ने कहा कि थानों में पीडि़तों की सुनवाई हो और उपलब्ध साधन-संसाधनों से बेहतर काम करने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस का हर जवान अपने आप में पूरा सिस्टम है। उसे और मजबूत करेंगे।
चर्चित आइपीएस
आइपीएस दिनेश एमएन देशभर के चर्चित आइपीएस में से एक है। वर्ष २००६ में उदयपुर में एसपी रहे उन्होंने मार्बल व्यवसासियों से फिरौती मामले में तीन राज्यों के कुख्यात अपराधी सोराहबुदीन व तुलसी को नामजद किया। बाद में दोनों एनकाउंटर में मारे गए। एनकाउंटर के मामले में जेल में भी रहे और जेल से बाहर आने के बाद जयपुर एसीबी का कार्यभार संभाला।
एसीबी में उन्होंने खान महाघुस कांड का पर्दाफाश किया। उन्होंने माइनिंग डायरेक्टर प्रशासनिक अधिकारी अशोक सिंघवी सहित आठ जनों को पकड़ा। एसओजी आइजी रहते हुए राजस्थान के कुख्यात अपराधी आनंदपाल एनकाउंटर में भी उनके नाम की चर्चा रही। परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह का भी पर्दाफाश करने जैसे कई बड़े काम में भी उनका नाम दर्ज है।
आरटीई पोर्टल पुन: शुरू करने की मांग बीकानेर. स्वयंसेवी शिक्षण संस्था संघ राजस्थान के जिलाध्यक्ष कोडाराम भादू के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने सहायक निदेशक एवं आरटीई प्रभारी प्रारंभिक शिक्षा राजस्थान मूलचंद बोहरा को ज्ञापन सौंपकर आरटीई पोर्टल एक सप्ताह के लिए पुन: शुरू करने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया कि आरटीई की पालना में विभाग के जारी टाईम फ्रेम के अनुसार निजी स्कूलों की 25 प्रतिशत नि:शुल्क सीटों की पोर्टल पर एंट्री की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी। जिसके निकलने के बाद प्रवेश के पात्र बालकों के डाटा अपलोड नहीं हो पाए। अत: आरटीई पोर्टल एक सप्ताह के लिए पुन: शुरू किया जावे। प्रतिनिधि मण्डल में आनन्द हर्ष, देदाराम गोदारा, नरेंद्र सिंह, महावीर जैन, कपिल गोदारा, अभिताभ हर्ष आदि शामिल थे।