पुरस्कार वितरण समारोह 26 को निबंध लेखन के माध्यम से देश की नई पीढ़ी ने संविधान के प्रति केवल जागरूकता का इजहार नहीं किया, बल्कि संविधान में सुधार, व्यावहारिक बदलाव, अपनी सहमति-असहमति बताई। प्रतियोगिता में प्रथम 10 विजेताओं को 5100 से 500 रुपए तक के नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।पुरस्कार वितरण समारोह शाला प्रांगण में 26 जनवरी को होगा।
बाफ ना अकादमी परिसर में रविवार को प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की सर्दी में भी सुबह से ही शाला प्रांगण में भीड़ जमा हो गई। कक्षा 5 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए भारतीय संविधान पर आधारित ‘लोक नियोजन में रोजगार के अवसर’ तथा आरक्षण के प्रावधान विषय पर आयोजित इस प्रतियोगिता में करीब 5000 विद्यार्थियों ने पंजीयन करवाया था। ज्यादा आवेदन मिलने पर प्रतियोगिता को दो पारियों में आयोजित किया गया। प्रतियोगिता के दौरान निर्णायक समिति के सदस्यों ने निरीक्षण किया और पूरी जानकारी ली।
300 शिक्षण संस्थाओं का रहा सहयोग
सीईओ डॉ. पीएस वोहरा ने बताया कि इस निबंध प्रतियोगिता में बीबीएस, सोफि या, महारानी किशोरी देवी, जैन पब्लिक स्कूल सहित 300 शिक्षण संस्थाओं ने पूरा सहयोग दिया। डॉ. वोहरा ने बताया कि निर्णायक मण्डल के अध्यक्ष एडवोकेट डॉ. आरके दास गुप्ता, बार एसोशियन के अध्यक्ष रविकान्त वर्मा, डॉ. गौरव बिस्सा, डॉ. धर्मेश हिरवानी, डॉ. उमाकान्त गुप्ता ने भूमिका निभाई।
सीईओ डॉ. पीएस वोहरा ने बताया कि इस निबंध प्रतियोगिता में बीबीएस, सोफि या, महारानी किशोरी देवी, जैन पब्लिक स्कूल सहित 300 शिक्षण संस्थाओं ने पूरा सहयोग दिया। डॉ. वोहरा ने बताया कि निर्णायक मण्डल के अध्यक्ष एडवोकेट डॉ. आरके दास गुप्ता, बार एसोशियन के अध्यक्ष रविकान्त वर्मा, डॉ. गौरव बिस्सा, डॉ. धर्मेश हिरवानी, डॉ. उमाकान्त गुप्ता ने भूमिका निभाई।
निर्णायक समिति के सदस्यों ने प्रतिभागियों से प्रश्न पूछे, जिनका जवाब सुनकर सदस्यों ने महसूस किया कि हिन्दुस्तान अब बदलाव की राह पर है। आने वाले समय में लोगों में देश के प्रति जागरूकता आएगी। प्रतियोगी विद्याथियों की अभिव्यक्ति से लगता है कि वे संविधान के प्रति बहुत कुछ कहना एवं बदलना चाहते हैं।