बीकानेर

Good News : राजस्थान के इस जिले में जेंडर रेशियों में हुआ सुधार, 950 के पार पहुंचा आंकड़ा

स्वास्थ्य विभाग और पीसीपीएनडीटी सेल ने सालभर प्रभावी मॉनिटरिंग, सुदृढ़ मुखबिर तंत्र और व्यापक प्रचार-प्रचार के माध्यम से प्रयास किए। विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेन्द्र चौधरी के अनुसार लिंग चयन आधारित गर्भपात-अवैध गर्भपात को सख्ती से रोका गया। नीम-हकीम(क्वेक्स) के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की गई।

बीकानेरJun 08, 2024 / 02:05 pm

जमील खान

विमल छंगाणी
Bikaner News : बीकानेर. जिले में बीते एक वर्ष में एसआरबी अर्थात सेक्स रेसियो एट बर्थ (लिंगानुपात) में सुधार हुआ है। जिले में प्रत्येक 1000 लड़कों के जन्म की तुलना में 959 लड़कियों का जन्म हुआ है। यह गत दो वर्ष के एसआरबी की तुलना में श्रेष्ठ है। जिले में वर्ष 2021-22 में जन्म का लिंगानुपात 954 रहा। वहीं वर्ष 2022-23 में घटकर 944 हो गया था। स्वास्थ्य विभाग और पीसीपीएनडीटी सेल की मॉनिटरिंग व प्रयासों से अब वर्ष 2023-24 में लिंगानुपात में सुधार हुआ। एसआरबी बढ़कर 959 हो गया है। पीबीएम अस्पताल व जिला अस्पताल में जन्में बच्चों का एसआरबी जिले के एसआरबी से काफी कम रहा है।
पीबीएम व जिला अस्पताल मेंएसआरबी कम वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिले का एसआरबी भले ही 960 रहा हो, लेकिन पीबीएम अस्पताल व जिला अस्पताल में जीवित जन्में बच्चों का एसआरबी जिले के औसत एसआरबी से काफी कम रहा है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार पीबीएम अस्पताल में वर्ष 2023 -24 में कुल 16460 जीवित बच्चों का जन्म हुआ। इनमें 8521 लड़कें व 7939 लड़कियों का जन्म हुआ। एसआरबी 932 रहा। इसी प्रकार एसडीएम जिला अस्पताल में गत वित्तीय वर्ष में कुल 1080 बच्चों का जन्म हुआ। इनमें 563 लड़कें व 517 लड़कियों का जन्म हुआ। यहां एसआरबी 918 रहा।
इन ब्लॉकों में औसतसे अधिक रहा
वर्ष 2023 -24 में जिले का एसआरबी भले ही 959 रहा हो, लेकिन जिले के कई ग्रामीण ब्लॉकों में एसआरबी जिले के औसत से अधिक भी रहा। विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीकानेर ब्लॉक में 963, कोलायत ब्लॉक में 971, लूणकरनसर ब्लॉक में 962, नोखा ब्लॉक में 1069, पांचू ब्लॉक में 1032 पूगल ब्लॉक में 982, खाजूवाला ब्लॉक में 1179 एसआरबी रहा। ब्लॉक श्रीडूंगरगढ़ व बज्जू में एसआरबी जिले के औसत से कम रहा।
सतत प्रयास से आया सुधरा
स्वास्थ्य विभाग और पीसीपीएनडीटी सेल ने सालभर प्रभावी मॉनिटरिंग, सुदृढ़ मुखबिर तंत्र और व्यापक प्रचार-प्रचार के माध्यम से प्रयास किए। विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेन्द्र चौधरी के अनुसार लिंग चयन आधारित गर्भपात-अवैध गर्भपात को सख्ती से रोका गया। नीम-हकीम(क्वेक्स) के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की गई। दो मामले न्यायालय में विचाराधीन है। सोनोग्राफी कराने वाली 12 से 24 सप्ताह की गर्भवती महिलाओं के प्रसव परिणाम को गंभीरता से जांचा गया। पंजीकृत सोनोग्राफी केन्द्रों का सघन एवं नियमित निरीक्षण किया और आमजन में जागरूकता के प्रयास किए। जिला नोडल अधिकारी एवं सीएमएचओ डॉ. राजेश गुप्ता के अनुसार जिले में एसआरबी में सुधार हुआ है। प्रदेश में प्रथम स्थान पर लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
Sex Ratio Improves In Bikaner : एक्टिव ट्रैकरों की विशेषज्ञ कमेटी से जांच
एसआरबी में सुधार के लिए जिला कलक्टर के निर्देश पर सालभर प्रभावी पर्यवेक्षण किया गया। पीसीपीएनडीटी सेल के जिला प्रभारी अधिकारी महेन्द्र सिंह चारण के अनुसार संदेहास्पद केन्द्रों के सोनाग्राफी मशीनों के एक्टिव ट्रैकरों की विशेषज्ञ कमेटी के माध्यम से जिले से बाहर अन्य जांच करवाई जाती रही। जिला कलक्टर की ओर से मॉनिटरिंग की गई।
जिले का तीन वर्षों का लड़का-लड़की जन्म अनुपात
वर्ष एसआरबी
2021-22 954

2022-23 944

2023-24 959

वर्ष 2023-24 ब्लॉक अनुसार एसआरबी
ब्लॉक एसआरबी
बज्जू 925

बीकानेर 963
कोलायत 971

लूणकरनसर 962

नोखा 1069

पांचू 1032

पूगल 982

श्रीडूंगरगढ़ 936

खाजूवाला 1179

पीबीएम अस्पताल 932

जिला अस्पताल 918

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