पिछले साल ही मिल गई थी स्वीकृति
जानकारों के अनुसार, 2022-23 में ही इस परियोजना को स्वीकृति मिल चुकी थी। इसके बाद इसका प्रोजेक्ट तैयार किया गया और अब इसका काम शुरू किया गया है। इस परियोजना के तहत रेलवे के 6 स्टेशन कवर होंगे। साथ ही इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें भी समय से संचालित हो सकेंगी। इसमें 400 करोड़ से अधिक का खर्च आएगा।
422 करोड़ रुपए आएगी लागत
चूरू से रतनगढ़ तक होने वाले रेलवे ट्रैक दोहरीकरण कार्य पर 422.60 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस दौरान 42.81 रेल किलोमीटर तक कार्य किया जाना प्रस्तावित है। जानकारी के अनुसार, मार्च 2025 तक इस कार्य को रेलवे की ओर से पूरा कर दिया जाएगा। इसके अलावा अब जल्द ही बीकानेर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट का कार्य भी शुरू हो सकेगा।
यह होगा फायदा
चूरू-रतनगढ़ ट्रैक दोहरीकरण कार्य होने से बीकानेर से हिसार तक जाने में समय बचेगा। इससे डेगाना, जोधपुर, फुलेरा सालासर के लिए कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। साथ ही ट्रांसपोर्टेशन में आसानी मिलेगी। इसके अलावा ट्रेनों को भी सिग्नल के इंतजार में आउटर या फिर स्टेशनों पर खड़ा नहीं होना पड़ेगा। गौरतलब है कि फिलहाल बीकानेर मंडल की 97 फीसदी से भी अधिक ट्रेनें समय पर चल रही हैं। इस मामले में यह मंडल उपरे में दूसरे पायदान पर है। जो ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं, उनमें चूरू-रतनगढ़ के बीच सिंगल ट्रैक का होना बड़ा कारण रहा है।
यह 6 स्टेशन होंगे कवर
चूरू, देपालसर, जुहारपुरा, श्रीमकरीनाथ नगर, मोलीसर और रतनगढ़।
काफी फायदा मिलेगा
चूरू से रतनगढ़ तक रेलवे ट्रैक दोहरीकरण का काम शुरू हो गया है। करीब 422 करोड़ की लागत से 42.81 रेल किमी कार्य होना है। इसके तैयार होने से काफी फायदा मिलेगा।
-महेश चंद जेवलिया, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, बीकानेर मंडल