मामले की सूचना पर सीओ निकेत पारीक व थानाधिकारी इंद्रकुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। थानाधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंचे तो अनिता पत्नी (35) राजूराम नायक का शव उसके घर के कमरे में चारपाई पर पड़ा था। मृतका के शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान थे।
चरित्र पर संदेह बना हत्या का कारण
थानाधिकारी इंद्रकुमार ने बताया कि प्राथमिक जानकारी के सामने आया है कि राजूराम को अपनी पत्नी अनिता के चरित्र पर संदेह था और इसी बात को लेकर दोनों में कई बार झगड़ा होता था। राजूराम ने लक्ष्मणगढ़ स्थित एक गांव में कुआं काश्त पर ले रखा था और वहीं अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रहता था। मंगलवार शाम को ही वह अपने गांव परिवार सहित आया था। उसने बच्चों को अपने भाई के घर भेज दिया और 10 सितंबर रात्रि को करीब 11 बजे पत्नी अनिता को गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद आरोपी ने वहशीपन में पत्नी के शव को जगह-जगह से दांतों से काटा। आरोपी रातभर मृतका के शव के साथ वहशीपन करता रहा और सुबह खुद चलकर थाने गया। उसने पुलिस को अपनी पत्नी की हत्या करने की जानकारी दी, तो पुलिसवाले भी हड़बड़ा गए।