अफसोस, पिछले नौ महीने से राजनीति में श्रेय लेने की हौड़ का शिकार बना हुआ हूं। कभी आचार संहिता ने मरीजों को मेरी सुविधाओं से वंचित कर दिया तो बाद में केन्द्र और राज्य में अलग-अलग दलों की सरकार बनना आड़े आ गया। उद्घाटन करेंगे नहीं तब तक मैं केवल एक भवन ही रहूंगा, किसी मरीज को फायदा होने वाला नहीं है। अब सरकार मेरी भावना को समझे और मुझे मरीजों की सेवा करने का अवसर प्रदान करें।
दो बार टल चुका है उद्घाटन संभाग के सबसे बड़े पीबीएम अस्पताल में बने सुपरस्पेशिलिटी सेंटर का उद्घाटन सबसे पहले 13 अक्टूबर 2018 को करना तय हुआ। परन्तु विधानसभा चुनाव की आचार संहित लगने के चलते इसे टाल दिया गया। ढाई महीने बाद आचार संहिता हटने पर फिर उद्घाटन की उम्मीद बंधी। गत 27 फरवरी 2019 को उद्घाटन करने की सुगबुगाहट शुरू हुई परन्तु लोकसभा चुनावों की भेंट चढ़ गई। अब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता हट गई लेकिन प्रदेश में कांग्रेस और केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने से करोड़ों की लागत के इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को शुरू करने में नेताओं के क्रेडिट लेने की राजनीति बाधा बनी हुई है।
हर कोई वाह-वाही लेने में लगा सुपर स्पेशियलिटी सेंटर की योजना केन्द्र सरकार की है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने इसे भुनाया भी। बाद में राज्य में कांग्रेस सत्ता में आने पर मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने उद्घाटन के प्रयास किए, तब राज्य के मंत्री व बीकानेर प्रभारी सालेह मोहम्मद ने मुख्यमंत्री को रिपोर्ट बनाकर देने की बात कहकर सब चौपट कर दिया।
ये सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं गेस्ट्रो-एस्ट्रोलॉजी, पीडीएट्रिक सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी यह मिलेगी सुविधा 5 रोग विशेषज्ञ के विभाग
सीटी स्केन, एमआरआइ सहित सभी जांच सुविधा
230 बिस्तर का भर्ती वार्ड
30 बिस्तर का आइसीयू
07 ओटी ब्लॉक
सरकार को लिखी है चिट्ठी सुपर स्पेशियलिटी सेंटर के हैंडओवर की प्रक्रिया चल रही है। इस संबंध में यहां शिफ्ट होने वाले सभी विभागाध्यक्षों की मीटिंग बुलाकर चर्चा की गई है। सुपर स्पेशिलिटी सेंटर को चालू करने के लिए राज्य सरकार को चिट्ठी लिखी गई है। उद्घाटन का निर्णय सरकार स्तर पर होना है।
डॉ. एचएस कुमार, प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज