एमसीएच विंग को पूर्व में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए खोला था। कोरोना की पहली लहर के दौरान एसएसबी को खोला गया था। बाद में दूसरी लहर के दौरान मरीजों की संख्या बढ़ने एवं एसएसबी में अन्य बीमारियों के मरीजों को भर्ती करने की वजह से एमसीएच विंग में काेरोना पीडि़तों को भर्ती करना प्रारंभ किया गया था। बाद में कोरोना कमजोर होने के कारण इसे जनाना अस्पताल बना दिया था। अभी यहां पर महिला मरीजों की कम भर्ती करने के कारण पहला और दूसरा तल मौसमी बीमारियों के लिए आरक्षित किया गया है।पत्रिका ने उठाया था मुद्दा
राजस्थान पत्रिका ने मरीजों के फर्श पर सुलाने का मुद्दा उठाया था। पत्रिका के 17 सितंबर के अंक में फर्श पर रोगी, ताक पर सुरक्षा शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद औषध विभाग के चिकित्सक अस्पताल प्रशासन से भी मिले थे। इस पर अस्पताल प्रशासन भी इस मुद्दे को लेकर गंभीर हो गया था। इसके बाद एमसीएच अस्पताल खोलने का आदेश जारी किया गया।