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Bikaner News: ये हादसा नहीं मॉक ड्रिल… ट्रेन के कोच पर कोच चढ़े देख बढ़ी धड़कन

Bikaner News: यहां लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को ट्रेन के कोच पर कोच चढ़े देख एक बारगी हर किसी की धड़कन बढ़ गई।

बीकानेरNov 15, 2024 / 02:37 pm

Supriya Rani

Bikaner News: यहां लालगढ़ रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को ट्रेन के कोच पर कोच चढ़े देख एक बारगी हर किसी की धड़कन बढ़ गई। सूचना मिली कि ट्रेन शंटिंग के दौरान हादसा हो गया है। रेलवे का बचाव राहत दल पहुंच गया। इसके बाद स्पष्ट हुआ कि यह रेल हादसा नहीं, रेलवे का मॉक ड्रिल हैं। इस दौरान राजस्थान आपदा प्रतिक्रिया दल (एसडीआरएफ) व राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया दल (एनडीआरएफ) की टीमों ने मोर्चा संभाला।
मौके पर कोच को काटकर अलग किया गया। इनमें फंसे यात्रियों को बाहर निकालने और डमी घायलों को एबुलेंस से अस्पताल पहुंचाने की रिहर्सल की गई। सूचना देने के काउंटर समेत तमाम व्यवस्थाएं की गई। करीब सवा घंटे चली इस रिहर्सल में विभिन्न विभागों के क्विक रिस्पोंस को परखा गया। अपर मण्डल रेल प्रबंधक रुपेश यादव ने बताया कि एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन यानी एआरटी को आधुनिक बनाया जा रहा है। इस मॉक ड्रिल के दौरान सामने आई कमियों को सुधारा जाएगा।

1 घंटे 10 मिनट तक मॉक ड्रिल

रेलवे के लालगढ़ स्टेशन यार्ड में संरक्षा विभाग की ओर से सुबह 10 बजकर 10 मिनट से 11 बजकर 20 मिनट तक मॉक ड्रिल की गई। शंटिंग मास्टर की ओर से स्टेशन मास्टर लालगढ़ तथा नियंत्रण कार्यालय को सूचना दी गई। इसमें रेलवे स्टाफ एवं ठेकेदार के हेल्परों को गंभीर चोट लगना बताया गया।
रेलवे ने आपदा प्रबंधन की कार्यवाही शुरू की। हूटर बजने के साथ ही सेल्फ प्रोपेल्ड एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन एवं दुर्घटना राहत गाड़ी को घटना स्थल लालगढ़ स्टेशन यार्ड के लिए रवाना किया गया। मौके पर एक स्लीपर कोच दूसरे स्लीपर कोच के ऊपर चढ़ा हुआ था। दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए सभी सहयोगियों को तत्काल सूचित किया गया। इस दौरान डमी 47 व्यक्ति घायल यात्रियों को बाहर निकाल कर उपचार की व्यवस्था की गई।

ड्रोन कैमरे से निगरानी

इस पूरी प्रक्रिया की ड्रोन कैमरे की सहायता से निगरानी एवं फोटोग्राफी की गई। सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग की ओर से घटनास्थल से लाइव प्रसारण किया गया। जिसकी मंडल कार्यालय एवं मुयालय के डिजास्टर मैनेजमेंट रूम में बैठे अधिकारियों की ओर से निगरानी रखी गई। इसके लिए हेल्पलाइन काउंटर खोले गए एवं टेलीफोन नंबर दिए गए, जिन्हें चेक भी किया गया।

इनका भी रहा सहयोग

रेलवे के वाणिज्य, यांत्रिक, इंजीनियरिंग, संरक्षा, चिकित्सा, परिचालन, सिगनल एवं दूरसंचार, कार्मिक विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सहयोग प्रदान किया। अंत में अपर मंडल रेल प्रबंधक रुपेश कुमार ने कंपनी कमांडर एनडीआरफ योगेश मीणा, कंपनी कमांडर एसडीआरएफ किशनाराम व उनकी टीम का धन्यवाद दिया। रेलवे, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एवं अन्य एजेंसी का रिस्पॉन्स बेहतर रहा।
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