इस मेले में पूजा अर्चना एवं व्यवस्था के लिए करीब दो दर्जन से अधिक पुजारियों की टीम पहुंची है। मन्दिर श्री पूनरासर हनुमानजी पुजारी ट्रस्ट के अनुसार इस मेले को लेकर पुजारी एवं ट्रस्टीगण प्रबंधन में लगे है। पुजारी अहमदाबाद, गुवाहाटी, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, सूरत आदि जगहों से यहां आए है। पुजारी ट्रस्ट की ओर से बनी धर्मशाला में कमरें श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए खोले गए है।
मन्दिर परिसर में ही पुजारी ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा शिविर लगाया गया है। जहां बाहर से आने वाले भक्तों की चिकित्सा की जा रही है। यह शिविर तीन दिन तक चलेगा। पूनरासर मेले के दौरान चिकित्सा सेवा, भोजन, जल सेवा, यात्रियों को पंक्तिबद्घ एवं समग्र दर्शन के लिए सामाजिक संगठनों ने व्यापक व्यवस्था की है। बाहर से आने वाले भक्तों को मंदिर श्री हनुमानजी पुजारी ट्रस्ट की ओर से बाबा के भण्डारे से सामग्री का नि:शुल्क वितरण एवं भक्तों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लाउड स्पीकर से ध्वनि का प्रसारण भी किया जा रहा है। प्रशासन भी इस मेले को लेकर सक्रिय है।
चूरमे एवं लड्डू का भोग
बाबा हनुमान के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों ने मन्दिर परिसर में ही चूरमे का प्रसाद बनाया और कतार में लग कर उसका भोग लगाया। चूरमा बनाने के लिए भक्त दिन भर लगे रहे। जहां जगह मिली वही महिलाएं चूरमा बनाने में जुट गई। इसके अलावा लड्डू, पतासा, पेड़ा व नारियल का प्रसाद का भी भोग लगाया गया।
अखण्ड सुंदरकांड पाठ
मन्दिर परिसर में पिछले कई वर्षों से विश्व शान्ति के लिए अखण्ड सुन्दरकाण्ड पाठ किया जा रहा है।