जल संसाधन विभाग के अनुसार नहरबंदी के दौरान पंजाब व राजस्थान क्षेत्र में बेड लेवल सहित अन्य कार्य शुरू होंगे। हालांकि 19 अप्रेल तक इंदिरा गांधी नहर में पेयजल के लिए 2000 क्यूसेक पानी चलाया जाएगा। इसके बाद 20 अप्रेल से 19 मई तक पूर्णबंदी ली जाएगी। इस बार उत्तर संभाग कार्यालय में सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता का पदस्थापन होने की वजह से बाहर के अभियंताओं की जरूरत नहीं पड़ेगी।
67 किलोमीटर रिलाइनिंग कार्य :
विभाग के अधिकारियों के अनुसार नहरबंदी के दौरान राजस्थान के हिस्से में 67 किलोमीटर और पंजाब में 53 किलोमीटर हिस्से में रिलाइनिंग के कार्य किए जाएंगे। इसके लिए काम के वर्कऑर्डर भी जारी किए जा चुके हैं। नहर के राजस्थान भाग में इंदिरा गांधी फीडर व मुख्य नहर की रिलाइनिंग कार्य पर 250 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पंजाब के भाग में फीडर की रिलाइनिंग पर 450 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
विभाग के अधिकारियों के अनुसार नहरबंदी के दौरान राजस्थान के हिस्से में 67 किलोमीटर और पंजाब में 53 किलोमीटर हिस्से में रिलाइनिंग के कार्य किए जाएंगे। इसके लिए काम के वर्कऑर्डर भी जारी किए जा चुके हैं। नहर के राजस्थान भाग में इंदिरा गांधी फीडर व मुख्य नहर की रिलाइनिंग कार्य पर 250 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पंजाब के भाग में फीडर की रिलाइनिंग पर 450 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
अभी संकट नहीं
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता बलवीर ङ्क्षसह ने बताया कि नहरबंदी के प्रथम 30 दिनों तक कम मात्रा में नहरी जल प्रवाह होगा। शेष दिनों में नहरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध नहीं होने से जलयोजनाओं पर उपलब्ध पानी को ही वितरण किया जाना है। ऐसे में जिले की सभी नहरी जल आधारित ग्रामीण योजनाओं की सप्लाई में कटौती कर जल वितरण किया जाएगा। बीकानेर शहर के उपभोक्ताओं को 21 अप्रेल से 19 मई तक एक दिन के अन्तराल से पेयजल आपूर्ति की जाएगी।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता बलवीर ङ्क्षसह ने बताया कि नहरबंदी के प्रथम 30 दिनों तक कम मात्रा में नहरी जल प्रवाह होगा। शेष दिनों में नहरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध नहीं होने से जलयोजनाओं पर उपलब्ध पानी को ही वितरण किया जाना है। ऐसे में जिले की सभी नहरी जल आधारित ग्रामीण योजनाओं की सप्लाई में कटौती कर जल वितरण किया जाएगा। बीकानेर शहर के उपभोक्ताओं को 21 अप्रेल से 19 मई तक एक दिन के अन्तराल से पेयजल आपूर्ति की जाएगी।