नए शिक्षा सत्र में ग्रीष्मवकाश के बाद सरकारी स्कूल खुल गए हैं। शिक्षा विभाग प्रवेशोत्सव, पुस्तकों का वितरण और पाठ्यक्रम शुरू करवा चुका है। नामांकन बढ़ाने के लिए घर-घर सर्वे कराया जा रहा है। प्रवेशोत्सव का पहला चरण तो 15 जुलाई को पूरा भी हो रहा है। लेकिन प्रदेश में कई शिक्षकों के अभी तक चुनावी ड्यूटी से रिलीव होकर अपने मूल पदस्थापन पर ड्यूटी नहीं संभाली होने से स्कूलों में नामांकन के लिए सर्वे आदि कार्य प्रभावित हो रहे है।
जिला शिक्षा अधिकारियों को यह मालूम नहीं है कि कितने शिक्षक चुनावी ड्यूटी में अभी भी कार्यरत है। हालांकि शिक्षा निदेशक ने स्कूलों में पाठ्यक्रम शुरू कराने के लिए शिक्षकों को स्कूल जाने और स्वत: ही प्रतिनियुक्तियां निरस्त की जा चुकी होने निर्देश भी दिए हैं।
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कराएंगे कार्य मुक्त
जो शिक्षक अभी भी चुनावी ड्यूटी से वापस नहीं लौटे है उनकी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों से सूची मांगी जा रही है। ऐसे शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी ज्वाइन कर लेनी चाहिए थी। नहीं की है उन्हें कार्य मुक्त कराया जाएगा।-गजानंद सेवग, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक एवं माध्यमिक)