सूरसागर के पास िस्थत माताजी मंदिर परिसर में भी छठ व्रतियों ने जल में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया व पूजा-अर्चना कर व्रत का पारणा किया। शहर में विभिन्न स्थानों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देने और पूजन के आयोजन हुए। छठ व्रती परिवारों में खुशी और उल्लास का माहौल रहा। घरों में पारंपरिक रूप से चावल, चने की दाल सहित विभिन्न तरह की सब्जियां, व्यंजन बनाए गए। छठ पूजा पर्व 5 नवम्बर को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुआ था। 6 नवम्बर को खरना मनाया गया। 7 नवम्बर को शाम को अस्त होते सूर्य का पूजन छठ व्रतियों ने किया।