स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका रंगा एवं उनकी टीम की चिकित्सकीय देख-रेख में यह प्रसव हुआ। डॉ. मोनिका ने बताया कि
गर्भवती महिला को विवाह के 11 वर्ष पश्चात गर्भधारण हुआ। बुधवार को आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत महिला को भर्ती कर उपचार प्रारभ किया गया, लेकिन सामान्य प्रसव नहीं होने की स्थिति में ऑपरेशन कर प्रसव करवाया गया। ऑपरेशन के बाद बच्चे का वजन पौने पांच किलो रिकॉर्ड किया गया। अब जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
यह टीम रही ऑपरेशन में शामिल
स्त्री एवं प्रसूती रोग विशेषज्ञ डॉ. मोनिका रंगा, निश्चेतन विशेषज्ञ डॉ. गौरव जोशी, नर्सिंग ऑफिसर इंद्रपाल, सुदेश तथा सुमन सिजेरियन करने वाली टीम में शामिल थे। जिला अस्पताल के नवजात एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मनीष पुष्करणा ने बताया कि सामान्य तौर पर बच्चे का जन्म के समय वजन 2.5 किलो होता है। शुगर से पीड़ित महिला के बच्चे का वजन अक्सर अधिक होता है, लेकिन इस महिला और बच्चे दोनों के मधुमेह रिपोर्ट नहीं हुई। पौने पांच किलो वजनी नवजात बच्चे का उपचार फिलहाल जिला अस्पताल की नर्सरी में किया जा रहा ह, और निरंतर उसके स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा रही है।